Bizarre news : जिन्हें शराब पीने का शौक होता है वह बोतल देखते ही उसके ब्रांड और टाइप को पहचान लेते हैं. हर प्रकार के ऐल्कोहॉल को अलग – अलग तरह के बोतल में रखा जाता है. अगर वाइन के बोतल की बात कि जाए तो इसका शेप भी अलग होता है. वाइन के बोतल का बेस दूसरे बोतल की तरह नहीं होता है. इसका बेस चपटा नहीं होता है, बल्कि इसके नीचे गड्ढा बना होता है. क्या आपके मन में कभी यह बात आई है कि ऐसा क्यों होता है. चलिए जानते हैं कि इसका शेप इस प्रकार का क्यों होता है.
एक रिपोर्ट के अनुसार वाइन के बोतल के नीचे बने गड्ढे को पंत बोलते हैं. इंडस्ट्रियल रेवोलुशन के पहले सारी बोतलें हाथ से बनाई जाती थी. उस वक्त बोतल बनाने वाले अलग से यह पंत बनाते थे जिससे बोतल सीधी खड़ी रह सके. टेक्नोलॉजी के आने के बाद अब इन बोतलों को मशीन द्वारा बनाया जाने लगा. इसलिए अब उन्हें चपटे बेस के साथ भी बनाया जा सकता है. 200 साल पहले तक यह कर पाना मुश्किल था.
इस कारण से बोतलों में बनाया गया था गड्ढा
सालों से वाइन के बोतल को इसी डिजाइन में बनाया जा रहा है. इसी वजह से बनाने वाले इस क्लासिक डिजाइन को बदलना नहीं चाहते हैं. अब जब यह डेंट बनने लगा है तो वाइन इंडस्ट्री के जुड़े लोगों ने इसे पकड़ने के लिए कुछ नए तरीके ढूंढ लिए है. जब भी वाइन सर्वे किया जाता है तो इस गड्ढे वाली जगह से वाइन बोतल को पकड़ा जाता है और ग्लास में वाइन डाली जाती है.
इस पंट को बनाने के पीछे और एक कारण होता है
वाइन के बोतल में गड्ढा जितना गहरे होता है उसमे वाइन उतनी ही गहरी होती है. इससे कई बार ग्राहकों को बेवक़ूफ़ भी बनाया जाता है. पंत को बनाने के पीछे यह कुछ कारण होते हैं. इसके अलावा भी कुछ कारण होते हैं, जो लोगों द्वारा बनाए गए हैं इसके पीछे कोई ठोस सबूत नहीं है. यह कहा जाता है कि वाइन की बोतल में गड्ढा ज्यादा गहरा रहने से बोतल जल्दी ठंडा हो जाता है. ऐसा भी बोला जाता है कि गड्ढा रहने से अंदर का सेडीमेंट ग्लास में नहीं गिरता है. इसके अलावा यह भी कहा जाता है कि गड्ढा होने से यह ज्यादा प्रेशर भी झेल लेता है.
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