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लोबिन हेंब्रम ने किया 24 फरवरी को झारखंड बंद का आह्वान
पारसनाथ बचाओ महाजुटान में शामिल होने पहुंचे बोरियो विधायक लोबिन हेंब्रम ने कहा कि इस मुद्दे को लेकर 24 फरवरी को झारखंड बंद रहेगा. सत्र के दौरान भी सदन में इसे उठाया जाएगा.
पारसनाथ बचाओ महाजुटान कार्यक्रम में पहुंचे जयराम महतो
पारसनाथ बचाओ महाजुटान कार्यक्रम में कई नेताओं के अलावा जयराम महतो भी पहुंचे.
पारसनाथ बचाओ महाजुटान कार्यक्रम में शामिल हुए कई नेता
गिरिडीह के मधुबन में महाजुटान कार्यक्रम में गीताश्री उरांव, सालखन मुर्मू, लोबिन हेम्ब्रम समेत कई नेता शामिल हुए.
पारसनाथ बचाओ महाजुटान कार्यक्रम के दौरान सिकंदर हेंब्रम का संबोधन
महाजुटान कार्यक्रम के दौरान मंच से पारसनाथ बचाओ संघर्ष समिति के संयोजक सिकंदर हेंब्रम ने जैन समाज के एक व्यक्ति पट पर गंभीर आरोप लगाया. कहा जैन मुनि से पैसे के बल पर आदिवासियों को खरीदने की बात कही गयी है. सिकंदर हेंब्रम ने कहा कि ऐसे व्यक्ति पर एफआईआर दर्ज प्रशासन कड़ी कार्रवाई करें, नहीं तो आदिवासी समाज के लोग ऐसे व्यक्ति का सेंदरा कर देंगे.
पारसनाथ बचाओ महाजुटान कार्यक्रम में शामिल हुए पूर्व सांसद सालखन हेंब्रम
पारसनाथ बचाओ महाजुटान कार्यक्रम में शामिल होने पूर्व सांसद सालखन हेंब्रम पहुंच चुके है. फिलहाल, कार्यकर्ताओं के साथ मंच की ओर रवाना हुये है. थोड़ी ही देर में सभा को संबोधित करेंगे.
पारसनाथ बचाओ संघर्ष समिति का महजुटान कार्यक्रम जारी
गिरिडीह के मधुबन में पारसनाथ बचाओ संघर्ष समिति का महजुटान कार्यक्रम जारी है. हजारों की संख्या में लोग शामिल हुए. मधुबन थाना के समीप स्थित मैदान में महाजुटान कार्यक्रम आयोजित है. अलग- अलग जिलों से लोग पहुंचे हैं.
पर्वत वंदना कर लौट रहे जैन समाज के लोग
गिरिडीह में एक तरफ आदिवासी- मूलवासियों का प्रदर्शन तो दूसरी तरफ पर्वत वंदना कर जैन समाज के लोग लौट रहे हैं. शांतिपूर्ण माहौल में प्रदर्शन किया जा रहा है.
पुतला दहन के बाद सभास्थल के लिए रवाना
पारसनाथ के मरांग बुरु दिशोम मांझी थान में पुतला दहन के बाद लोग पर्वत से उतरे और सभास्थल के लिए सभी लोग जा कर रहे हैं. जुलूस में हजारों की संख्या में आदिवासी और मूलवासी के लोग शामिल है. सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम किये गये हैं. ड्रोन कैमरे से नजर रखी जा रही है. ढोल - नगाड़े के साथ प्रदर्शन लोग कर रहे हैं.
महाजुटान कार्यक्रम के दौरान आदिवासियों ने जलाया पीएम, सीएम और विधायक का पुतला
महाजुटान कार्यक्रम के दौरान पारसनाथ पर्वत पर स्थित मरांग बुरु दिशोम मांझी थान में लोगों ने पीएम, सीएम और गिरिडीह विद्यायक का पुतला दहन किया.
महाजुटान कार्यक्रम में उमड़ी लोगों की भीड़
गिरिडीह में महाजुटान कार्यक्रम में हजारों की संख्या में लोग शामिल हुए. पारंपरिक हथियार के साथ लोग पारसनाथ पर्वत की चढ़ाई कर रहे हैं. केंद्र सरकार और राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी कर रहे हैं.
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गिरिडीह में महाजुटान कार्यक्रम शुरू
गिरिडीह में महाजुटान कार्यक्रम शुरू हो गया है. सैकड़ों की संख्या में लोगों ने मधुबन बाजार में जुलूस निकाली. झारखंड सरकार और केंद्र सरकार के खिलाफ नारे लगाए जा रहे. कहा जा रहा कि आदिवासियों के वोट का दुरूपयोग करना बंद करो.
पारसनाथ बचाओ महाजुटान में अलग-अलग जिलों से पहुंच रहे लोग
गिरिडीह के मधुबन में आयोजित महाजुटान कार्यक्रम में शामिल होने अलग - अलग जिलों से लोग पहुंच रहे है. सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किया गया है. इस कार्यक्रम को लेकर मधुबन बाजार में स्थित कई दुकानें बंद है. चप्पे - चप्पे पर पुलिस बल के जवान तैनात हैं. पारसनाथ पर्वत पर यात्री पैदल चढ़ाई कर रहे हैं. बाइक ओर डोली से आज एक भी यात्री नहीं चढ़ रहे हैं.
प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद
मरांग बुरु पारसनाथ बचाओ आंदोलन के तहत गिरिडीह जिले के मधुबन में महाजुटान होगा. क्षेत्र के आदिवासी मूलवासी पारसनाथ पर्वत में मरांग बुरु यानी आदिवासियों का प्रमुख धर्मगढ़ की रक्षा के लिए आंदोलन का शंखनाद करेंगे. ऐसे में इस महाजुटान कार्यक्रम को लेकर प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद है.
पारसनाथ पर्वत पर जैन धर्म से पहले आदिवासियों का हक : सालखन मुर्मू
पारसनाथ पर्वत पर हक जैन धर्म से पहले आदिवासियों का है. ये बातें सेंगेल अभियान के राष्ट्रीय अध्यक्ष सालखन मुर्मू ने कही. कहा कि आदिवासियों के लिए पारसनाथ तीर्थस्थल है. जैसे हिंदुओं के लिए अयोध्या में राम मंदिर बन रहा है, ईसाईयों के लिए रोम है व मुसलमान के लिए मक्का-मदीना, उसी प्रकार संताल के आदिवासियों के लिए पारसनाथ पर्वत है. उनके मंत्र की शुरुआत ही मरांगबुरु से होती है. राज्य सरकार ने पारसनाथ पर्वत को जैन समाज के लिए तीर्थ स्थल घोषित किया है, लेकिन मरांगबुरु पारसनाथ आदिवासियों का सबसे बड़ा ईश्वरीय स्थान है. इसे बचाने के लिए राज्य भर के आदिवासी एकजुट होंगे और पूरे देश में आंदोलन किया जायेगा.
मधुबन थाना मैदान में पारसनाथ बचाओ महाजुटान
मधुबन थाना मैदान परिसर में पारसनाथ बचाओ महाजुटान को लेकर दोपहर 1 बजे से सभा शुरू होगी. जिसके लिये मंच लगभग तैयार हो चुका है. बता दें कि 3 बजे जुलूस निकाला जायेगा. यह जुलूस फुटबॉल मैदान से निकालकर पहाड़ की तलहटी तक जाएगा. कार्यक्रम को पूर्व सांसद सालखन मुर्मू, विधायक लोबिन हेम्ब्रम, गीताश्री उरांव, सूर्य सिंह बेसरा, जयराम महतो समेत अन्य लोग संबोधित करेंगे.
पारसनाथ को 25 तक मरांगबुरू स्थल घोषित करे सरकार : लोबिन हेंब्रम
पारसनाथ पर्वत को 25 जनवरी तक मरांगबुरू स्थल घोषित करने की मांग बोरियो विधायक लोबिन हेंब्रम ने की है. उन्होंने कहा कि सरकार यदि 25 जनवरी तक घोषणा नहीं करती है, तो 30 जनवरी से उलिहातू में बिरसा भगवान की जन्मस्थली में अनशन पर बैठेंगे. उक्त बातें झामुमो विधायक लोबिन हेंब्रम ने पाकुड़ में आयोजित सोहराय कार्यक्रम में लोगों को संबोधित करते हुए कही. उन्होंने कहा : जैन धर्म के लोगों का हम सभी सम्मान करते है, लेकिन उन्हें पारसनाथ पर कब्जा नहीं करने देंगे.
महाजुटान को लेकर प्रशासन मुस्तैद
आपको बता दें कि प्रशासन को जानकारी मिली है कि इस कार्यक्रम में पूर्व सांसद सालखन मुर्मू, पूर्व विधायक सूर्य सिंह बेसरा, विधायक लोबिन हेम्ब्रम एवं अन्य राजनीतिक दल के नेता अपने समर्थकों के साथ पहुंचेंगे. प्रशासन को सूचना है कि संथाल परगना, उत्तरी छोटानागपुर, दक्षिणी छोटानागपुर, कोल्हान एवं आस-पास के करीब 20 से 25 हजार लोग कार्यक्रम में भाग ले सकते हैं. ऐसे में जिला प्रशासन की ओर सेकड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गयी है. सीसीटीवी के साथ-साथ ड्रोन कैमरे से भी नजर रखी जाएगी.
हर मोड़ पर मजिस्ट्रेट की तैनाती
मधुबन मोड़ में इंद्रजीत महतो, बिरनगड़ा मोड़ में राकेश कुमार, फॉरेस्ट बैरियर के पास अमित कुमार सिन्हा, कालीकुंड मंदिर के पास मंजर हुसैन, पारसनाथ मंदिर के पास मनवर अंसारी, थाना गेट के पास अजीत कुमार चौधरी, तलहटी प्रवेश द्वार पर रामनरेश सिंह, पानी टंकी पार्किंग स्थल के पास सिमोन हांसदा, फुटबॉल मैदान पार्किंग स्थल के पास सौगत मंडल, भिरंगी मोड़ के पास महादेव प्रसाद, हनुमान मंदिर बैरियर के पास नवल किशोर प्रसाद, सत्कार भवन के पास नौशाद अली और जल मंदिर के पास राजूसाह को दंडाधिकारी के रूप में तैनात किया गया है.
महाजुटान को लेकर चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल की तैनाती
पारसनाथ बचाओ महाजुटान को लेकर जिला प्रशासन मुस्तैद है. बड़ी संख्या में भीड़ की सूचना को लेकर प्रशासनिक स्तर पर तैयारियां की गयी हैं. न केवल सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, बल्कि ड्रोन कैमरे से भी सभा स्थल एवं आसपास के इलाकों पर नजर रखी जाएगी. इतना ही नहीं, 13 मजिस्ट्रेट की भी तैनाती की गयी है. इससे पहले सोमवार को फ्लैग मार्च भी निकाला गया था.
सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
गिरिडीह के डीसी नमन प्रियेश लकड़ा ने कहा कि पारसनाथ बचाओ महाजुटान कार्यक्रम को लेकर मधुबन में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गयी है. सीसीटीवी और ड्रोन कैमरे से पूरे कार्यक्रम पर नजर रखी जायेगी. इसके लिए सभा स्थल एवं रैली पर निगरानी रखने के लिए चार ड्रोन कैमरे और सभा स्थल की चारों तरफ एवं रैली में जाने-आने के क्रम में चिन्हित संवेदनशील स्थलों पर दस सीसीटीवी कैमरे लगाये जा रहे हैं. विधि व्यवस्था को लेकर कुल 13 मजिस्ट्रेट की तैनाती की जा रही है.
महाजुटान में विशाल आम सभा का आयोजन
मधुबन में मंगलवार को आयोजित महाजुटान में विशाल आम सभा का आयोजन किया गया है. आमसभा के बाद मधुबन मेंभव्य जुलूस निकालकर सरकार के विरुद्ध विरोध-प्रदर्शन भी किया जायेगा. महाजुटान कार्यक्रम में झामुमो विधायक लोबिन हेंब्रम, झारखंडी खतियान भाषा संघर्ष समिति के जयराम महतो समेत झारखंड, बंगाल व ओड़िशा के नेता शरीक होंगे. कार्यक्रम में संताल परगना, जमशेदपुर, दुमका समेत बंगाल व ओड़िशा सेलगभग पांच हजार से अधिक आदिवासी-मूलवासी शामिल होंगे. कार्यक्रम को लेकर समिति द्वारा तैयारी पूरी कर ली गयी है. गांव-गांव में प्रचार-प्रसार किया जा रहा है. झारखंड दिशोम पार्टी के संस्थापक सालखन मुर्मू रविवार की रात अचानक मधुबन पहुंचे. पारसनाथ बचाओ महाजुटान कार्यक्रम की तैयारियों की उन्होंने समीक्षा की और कहा कि चरणबद्ध आंदोलन किया जायेगा.
पारसनाथ बचाओ आंदोलन महाजुटान आज
मरांग बुरु पारसनाथ के मुद्दे पर मरांग बुरु पारसनाथ बचाओ आंदोलन के तहत मंगलवार को गिरिडीह जिले के मधुबन में महाजुटान होगा. क्षेत्र के आदिवासी मूलवासी पारसनाथ पर्वत में मरांग बुरु यानी आदिवासियों का प्रमुख धर्मगढ़ की रक्षा के लिए आंदोलन का शंखनाद करेंगे. ऐसे में इस महाजुटान कार्यक्रम को लेकर प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद है. पुलिस ने सोमवार को फ्लैग मार्चभी किया. इधर, झारखंड दिशोम पार्टी के संस्थापक सालखन मुर्मू मधुबन पहुंचे. पारसनाथ बचाओ महाजुटान कार्यक्रम की तैयारियों की उन्होंने समीक्षा की.
कई राज्यों से पहुंचेंगे समाज के लोग
मधुबन में आयोजित इस महाजुटान कार्यक्रम में झारखंड के अलावा बंगाल व ओडिशा के बुद्धिजीवियों का जुटान होगा. कार्यक्रम को लेकर तैयारी पूरी कर ली गई है. कार्यक्रम को लेकर प्रशासन भी मुस्तैद है. बताया जाता है कि मरांग बुरु पारसनाथ की लड़ाई तेज हो गई है. पारसनाथ पर्वत यानी मरांग बुरु के अस्तित्व को लेकर मूलवासी व आदिवासी ने मोर्चा खोल दिया है. पारसनाथ मरांग बुरु की रक्षा के लिए मरांग बुरु पारसनाथ बचाओ समिति मधुबन में महाजुटान कर आन्दोलन का शंखनाद करेंगे.