यूपी में उमस ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है. रविवार को पूरे दिन उमस से लोग बेहाल रहे. लखनऊ, कानपुर, आगरा, झांसी, बरेली, प्रयागराज, वाराणसी, गोरखपुर, मेरठ, गाजियाबाद और नोएडा सहित सभी प्रमुख शहरों में गर्मी का सितम जारी रहा. मौसम विभाग के मुताबिक फिलहाल राहत मिलने की संभावना नहीं है.
आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र, लखनऊ के मुताबिक उत्तर प्रदेश में 7 और 8 सितंबर को पश्चिमी उत्तर प्रदेश में एक या दो स्थानों और पूर्वांचल में कुछ स्थानों पर बारिश के आसार हैं. इस तरह फिलहाल 8 सितंबर तक प्रदेश में आंशिक तौर पर बारिश की स्थिति बनी हुई है.
आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक प्रदेश में इसके बाद 4, 5 और 6 सितंबर को पश्चिमी उत्तर प्रदेश में मौसम शुष्क रहेगा और पूर्वी उत्तर प्रदेश में एक या दो स्थानों पर बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ सकती हैं. मौसम विभाग ने इस तीन दिनों में पूर्वांचल में एक या दो स्थानों पर मेघ गर्जन के साथ आकाशीय बिजली गिरने की बहुत संभावना जताई है.
यूपी में उमस के कहर से लोग परेशान हैं. एक तरफ जहां मानसून की गतिविधियों पर पूरी तरह से रोक लग गई है, वहीं दूसरी तरफ धूप निकलने की वजह से उमस और ज्यादा प्रभावी है. सुबह और दोपहर के अलावा रात में भी चिपचिपी गर्मी से राहत नहीं मिल रही है. लोग पसीने से लथपथ हो रहे हैं. मौसम में आर्द्रता का अधिकतम स्तर 89 तक पहुंच गया है. फिलहाल सितंबर के दूसरे सप्ताह में भी राहत मिलने के आसार नहीं हैं.
मौसम की ताजा परिस्थितियों के मुताबिक औसत समुद्र तल पर मानसून ट्रफ हिमालय की तलहटी के साथ चल रहा है. पूर्वी उत्तर प्रदेश और उसे सटे बिहार पर एक चक्रवर्ती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है. प्रदेश में अधिकतम तापमान में अगले दो दिनों के दौरान 1-2 डिग्री सेल्सियस वृद्धि की संभावना है. इसके बाद अगले दो दिन तक 2-3 डिग्री सेल्सियस गिरावट दर्ज की जा सकती है. इसके साथ ही न्यूनतम तापमान में अगले चार दिनों तक कोई बड़ा बदलाव होने की संभावना नहीं है.
आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक प्रदेश में इसके बाद 3, 4 और 5 सितंबर को पश्चिमी उत्तर प्रदेश में मौसम शुष्क रहेगा और पूर्वी उत्तर प्रदेश में एक या दो स्थानों पर बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ सकती हैं. मौसम विभाग ने इस दौरान 4 और 5 सितंबर को पूर्वांचल में एक या दो स्थानों पर मेघ गर्जन के साथ आकाशीय बिजली गिरने की बहुत संभावना है. इसके बाद 6 और 7 सितंबर को पश्चिमी उत्तर प्रदेश में एक या दो स्थानों और पूर्वांचल में कुछ स्थानों पर बारिश के आसार हैं. इस तरह फिलहाल 7 सितंबर तक प्रदेश में आंशिक तौर पर बारिश की स्थिति बनी हुई है.
आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र, लखनऊ के मुताबिक मानसून में बारिश में कमी दर्ज की गई है. प्रदेश में अभी तक कुल 496.1 मिमी बारिश रिकॉर्ड हुई है, जो औसत से 16 फीसदी कम है. पूर्वांचल में बारिश 28 फीसदी कम है जबकि पश्चिमी यूपी में दो फीसदी अधिक रिकॉर्ड दर्ज की गई है.आंकड़ों के मुताबिक देश में 1901 के बाद से अब तक की अवधि में इस बार सबसे कम बरसात हुई है.
लखनऊ में शनिवार को लोग उमस भरी गर्मी से जूझ रहे हैं. आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र, लखनऊ के मुताबिक शनिवार को पश्चिमी उत्तर प्रदेश में मौसम शुष्क रहेगा और पूर्वी उत्तर प्रदेश में एक या दो स्थानों पर बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ सकती हैं. इसके साथ ही लखनऊ और आसपास के क्षेत्र में अधिकतम तापमान 37 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 27 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है. मौसम विभाग ने शनिवार को कोई अलर्ट जारी नहीं किया है.
यूपी में मानसून की रफ्तार थमने की वजह से उमस के प्रकोप से लोग बेहाल हैं. राज्य में अगस्त के अंतिम सप्ताह से लेकर अभी तक बादलों की आवाजाही पर पूरी तरह से रोक लग गई है. ऐसे में धूप निकलने के साथ उमस का असर बढ़ गया है, जिसकी वजह से लोग बेहाल हैं.
मौसम की ताजा परिस्थितियों के मुताबिक औसत समुद्र तल पर मानसून ट्रफ हिमालय की तलहटी के साथ चल रहा है समुद्र तल से 3.1 से 4.5 किलोमीटर के बीच पूर्वी उत्तर प्रदेश और उसे सटे बिहार पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है. प्रदेश में अधिकतम और न्यूनतम तापमान में अगले चार दिनों तक कोई बड़ा बदलाव होने की संभावना नहीं है.
गोरखपुर में इस वर्ष अगस्त माह में औसत से 29 प्रतिशत अधिक बारिश हुई है, जो बीते 16 वर्ष में अगस्त में होने वाली वर्ष में सर्वाधिक भी है. अगस्त में औसत वर्षा का मानक 378.6 मिलीमीटर है. इस तरह आकलन किया जाए तो इस वर्ष अगस्त में औसत से 111 मिनी अधिक वर्षा अधिक वर्षा रिकॉर्ड की गई है. अगस्त माह में वर्ष 2007 में 499.2 प्रतिशत वर्षा रिकार्ड की गई थी. वहीं 2021 की बात करें तो मौसम विभाग के मानक के अनुसार उस वर्ष 437.1 मिमी बारिश हुई थी. वर्ष 2022 में अगस्त माह में अच्छी बारिश हुई थी. लेकिन, इस वर्ष की आंकड़े की मुकाबला कम थी. मौसम वैज्ञानिक कैलाश पांडेय के अनुसार वर्षा के आंकड़े का औसत से निरंतर दूर रहने की वजह प्रदूषण के कारण होने वाला जलवायु परिवर्तन है.
आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक प्रदेश में सितंबर के पहले सप्ताह में कहीं भी तेज बारिश के आसार नहीं है. 2 सितंबर को पश्चिमी उत्तर प्रदेश में मौसम शुष्क रहेगा और पूर्वी उत्तर प्रदेश में एक या दो स्थानों पर बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ सकती हैं. इसके बाद 3, 4 और 5 सितंबर को भी प्रदेश में इसी तरह का मौसम रहेगा. इसके बाद 6 सितंबर को भी पश्चिमी उत्तर प्रदेश में एक या दो स्थानों और पूर्वांचल में कुछ स्थानों पर बारिश के आसार हैं.
उत्तर प्रदेश में सितंबर माह की शुरुआत उमस भरी गर्मी से हुई है. महीने के पहले सप्ताह में कहीं भी भारी बारिश की संभावना नहीं है. इस लिहाज से बारिश की उम्मीद लगाए बैठे लोगों को निराशा हाथ लगेगी. वहीं गोरखपुर में अगर अगस्त की बात करें तो इस वर्ष अगस्त माह में जनपद में 489.6 मिलीमीटर वर्षा हुई है, जो अगस्त माह में बीते 16 वर्ष में होने वाली वर्षा का नया रिकॉर्ड बना है.
आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र, लखनऊ के मुताबिक प्रदेश में शुक्रवार को पश्चिमी उत्तर प्रदेश में आमतौर पर मौसम शुष्क रहेगा और पूर्वांचल में एक या दो स्थानों पर बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ सकती हैं. इसके साथ ही लखनऊ और आसपास के क्षेत्र में अधिकतम तापमान 35 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 27 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है. मौसम विभाग ने शुक्रवार को कोई अलर्ट जारी नहीं किया है.
उत्तर प्रदेश में सावन की विदाई के साथ लोगों को उमस भरी गर्मी परेशान कर रही है. प्रदेश में बीते 48 घंटे के दौरान कहीं भी तेज बारिश नहीं हुई है. धूप निकलने के कारण उमस और ज्यादा प्रभावी हो गई है. मौसम विभाग के मुताबिक फिलहाल लोगों को गर्मी से राहत मिलने की कोई उम्मीद नहीं है.
उत्तर प्रदेश के अधिकांश जनपदों में गुरुवार सुबह से उमस भरी गर्मी से लोग बेहाल हैं. बारिश नहीं होने के कारण उमस का असर बढ़ गया है. मौसम विभाग ने आंशिक तौर पर बारिश की संभावना जताई है. हालांकि तेज बारिश की स्थिति सितंबर के पहले सप्ताह तक नहीं है. ऐसे में लोगों को फिलहाल उमस भरी गर्मी से जूझना पड़ेगा.
प्रदेश में गुरुवार को मौसम को लेकर कोई चेतावनी जारी नहीं की गई है. आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक सितंबर के पहले सप्ताह में भी भारी बारिश के आसार नहीं हैं. पहली तारीख को पश्चिमी उत्तर प्रदेश में जहां मौसम सामान्य तौर पर शुष्क रहेगा, वहीं पूर्वी उत्तर प्रदेश में एक या दो स्थानों पर बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ सकती हैं. इसके बाद 2, 3 और 4 सितंबर को भी प्रदेश में इसी तरह का मौसम रहेगा. इन तारीख को लेकर भी फिलहाल कोई चेतावनी जारी नहीं की गई है.
आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र लखनऊ के मुताबिक गुरुवार को पश्चिमी उत्तर प्रदेश में मौसम शुष्क रहने की संभावना है और पूर्वी उत्तर प्रदेश में एक या दो स्थानों पर बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ सकती हैं. राजधानी लखनऊ और आसपास के क्षेत्र में अधिकतम तापमान 35 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 27 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है.
उत्तर प्रदेश के मौसम में मानसून की सक्रियता कम होने से अब उमस का असर बढ़ गया है. राज्य के अधिकांश हिस्सों में बीते 48 घंटे से तेज बारिश नहीं होने से गर्मी का प्रकोप बना हुआ है. मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक अगस्त में बहुत ज्यादा बारिश नहीं हुई है. आमतौर पर या तो लोग बारिश का इंतजार करते रहे या फिर बादल कुछ घंटे में ही जमकर बरसने के बाद शांत हो गए. सितंबर में भी फिलहाल बहुत ज्यादा बारिश के आसार नहीं हैं.
मध्य क्षोभमंडलीय पश्चिमी विक्षोभ में एक गर्त के रूप में पश्चिमी विक्षोभ समुद्र तल से 5.8 किलोमीटर ऊपर अपनी धुरी के साथ चल रहा है.. मौसम की इन परिस्थितियों का असर प्रदेश के तापमान में देखने को मिल सकता है.
यूपी में सावन के विदा होने के बाद अब उमस भरी गर्मी का सितम देखेन को मिल रहा है. राजधानी लखनऊ सहित उत्तर प्रदेश के अधिकांश जनपदों में बुधवार को उमस भरी गर्मी का मौसम है. मौसम विभाग ने अब बारिश का असर कम होने के कारण तापमान में वृद्धि की संभावना जताई है.
मौसम की ताजा परिस्थितियों के मुताबिक अगले 24 घंटे में अधिकतम तापमान में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस का इजाफा हो सकता है, जबकि न्यूनतम तापमान में अगले चार दिनों में कोई बड़ा बदलाव होने की संभावना नहीं है. वर्तमान में औसत समुद्र तल पर मानसून ट्रफ हिमालय की तलहटी के साथ चल रहा है.
लखनऊ में आज बुधवार को अधिकतम तापमान 35 डिग्री सेल्सियस जबकि न्यूनतम तापमान 27 डिग्री सेल्सियस रहने का पूर्वानुमान है. फिलहाल पूरे प्रदेश में उमस भरी गर्मी का मौसम देखने को मिल रहा है. इसके अलावा गाजियाबाद, हापुड़ और नोएडा की बात करें तो इन जिलों का अधिकतम तापमान 31 डिग्री सेल्सियस जबकि न्यूनतम तापमान 29 डिग्री सेल्सियस रहने का पूर्वानुमान है.
आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र, लखनऊ के मुताबिक मथुरा, चित्रकूट, हाथरस, आजमगढ़, गोंडा में अधिकतम तापमान 31 डिग्री सेल्सियस से लेकर 34 डिग्री सेल्सियस तक रहने का पूर्वानुमान है. जबकि इन जिलों का न्यूनतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस तक रह सकता है.
इसके साथ ही बस्ती, झांसी, उरई, हमीरपुर, बरेली शाहजहांपुर, नजीबाबाद, मुरादाबाद, मुजफ्फरनगर, मेरठ, आगरा, अलीगढ़ और बुलंदशहर में अधिकतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस से लेकर 36 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने का पूर्वानुमान है, जबकि यहां का न्यूनतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस से लेकर 27 डिग्री सेल्सियस तक रह सकता है.
वहीं, फतेहपुर, बांदा, सुलतानपुर, अयोध्या, फुरसतगंज, गाजीपुर और फतेहगढ़ में अधिकतम तापमान 32 डिग्री सेल्सियस से लेकर 34 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने का पूर्वानुमान है. इन जिलों का न्यूनतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस लेकर 29 डिग्री सेल्सियस तक रहेगा.
इसके अलावा बाराबंकी, हरदोई, कानपुर, इटावा, लखीमपुर खीरी, गोरखपुर, वाराणसी, बलिया, चुर्क, बहराइच और प्रयागराज में अधिकतम तापमान 35 डिग्री सेल्सियस से लेकर 36 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने का पूर्वानुमान है, जबकि न्यूनतम तापमान 27 डिग्री सेल्सियस से लेकर 28 डिग्री सेल्सियस तक रह सकता है.
आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र, लखनऊ के मुताबिक 31 अगस्त कोपश्चिमी उत्तर प्रदेश में सामान्य तौर पर मौसम शुष्क रहेगा. वहीं पूर्वी उत्तर प्रदेश में एक या दो स्थानों पर बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ने के आसार हैं. इसके बाद 1 सितंबर से 4 सितंबर तक पश्चिमी उत्तर प्रदेश में मौसम शुष्क रहेगा और पूर्वांचल में गरज चमक के साथ बौछारें पड़ सकती हैं.
उत्तर प्रदेश में मानसून की सक्रियता कम होने के साथ मौसम में उमस का प्रभाव ज्यादा देखने को मिल रहा है. प्रदेश में बीते 48 घंटे में कहीं भी तेज बारिश नहीं हुई है. आंशिक रूप से बादल छाए रहने के साथ हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई है. आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र, लखनऊ के मुताबिक प्रदेश में बुधवार को पश्चिमी यूपी में मौसम शुष्क रहने की संभावना है. वहीं पूर्वांचल में एक या दो स्थानों पर बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ सकती हैं. राजधानी लखनऊ और आसपास के इलाकों में बुधवार को अधिकतम तापमान 35 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है.