पटमदा.
राज्य संपोषित प्लस टू उच्च विद्यालय पटमदा में शुक्रवार को जनजातीय गौरव दिवस पखवाड़ा मना, जिसमें छात्राओं ने स्थानीय नृत्य की प्रस्तुति दी. कार्यक्रम में 9 (बी) की छात्राएं सोनामुनि मुर्मू, संगीता हांसदा, पूर्णिमा बेसरा, सुमिता हांसदा व 12 (ए) की छात्राएं विलासी हांसदा, कुनामी मुर्मू, बिनापानी भाग लीं. कार्यक्रम का उद्देश्य जनजातीय संस्कृति को प्रस्तुत करना व छात्र-छात्राओं को इसके बारे में जागरूक करना है. नृत्य के माध्यम से छात्राओं ने जनजातीय गौरव को प्रदर्शित किया व विद्यार्थियों को इसके महत्व के बारे में बताया. विद्यालय के प्राचार्य डॉ. मिथिलेश कुमार ने कहा छात्राओं को प्रशस्ति पत्र व पुरस्कार मिलेगा. मौके पर अनिता मुर्मू, कौशलेंद्र कुमार सिंह, मिताली बासु, श्रीमंत प्रमाणिक, अनुपम नंदी, राजकुमार महतो, गणेश महतो आदि मौजूद थे.बच्चों ने आदिम जनजाति के व्यंजनों के स्टॉल लगाये
पटमदा.
पटमदा के उत्क्रमित उच्च विद्यालय गोबरघुसी में शुक्रवार को जनजातीय गौरव दिवस मना. जिसमें विद्यालय के सैकड़ों छात्र-छात्राओं ने अपनी-अपनी जनजातीय कलाओं को प्रदर्शित किया. इसके साथ ही साथ विद्यालय परिसर में आदिवासी लोक सांस्कृतिक सोहराय, लांगड़े, दोङ व पाता नाच की प्रस्तुति की गयी. कुछ छात्रों ने आदिम जनजाति की खाद्य सामग्री का स्टॉल लगाये. वहीं, कक्षा एक व दो के बच्चों को पोशाक वितरित किया गया. मौके पर प्रभारी प्रधानाध्यापक उपेंद्र बेसरा, सहायक शिक्षक मो जियाऊल हसन मंसूरी मौजूद थे.आदिवासी स्कूल बांगुड़दा में जनजातीय नृत्य आयोजित
पटमदा.
पटमदा के प्लस टू आदिवासी उच्च विद्यालय बांगुड़दा में शुक्रवार को स्कूल की छात्र-छात्राओं ने जनजातीय गौरव दिवस पर जनजातीय नृत्य व गीत की प्रस्तुति दी. प्रधानाध्यापक सुजीत कुमार सेठ ने कहा कि किसी भी जाति की संस्कृति ही उनका पहचान है. जो कि शिक्षा से बढ़कर होती है. हमें अपनी संस्कृति पर गर्व होना चाहिए. मौके पर शिक्षक विवेकानंद दरीपा, प्राण कृष्णा कुंभकार आदि उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है