बहरागोड़ा.
बहरागोड़ा प्रखंड को इस साल 18 हजार 62 हेक्टेयर में धान की खेती का लक्ष्य मिला है. क्षेत्र में अब तक 77 प्रतिशत धान की खेती हुई है. रविवार को लगभग 69 एमएम बारिश हुई. बारिश से किसान खुश हैं. किसानों ने बताया कि यह बारिश धान की खेती के लिए कारगर साबित होगी. इस बारिश के बाद और खेतों में पानी की जरूरत नहीं होगी. इधर पूर्वांचल के किसान रिंकू प्रधान, मलय बाड़ी, मानस पातर ने बताया कि निचले हिस्सों के खेतों में लगातार बारिश से धान के पौधे बर्बाद हो जायेंगे. ऊपरी हिस्सों के खेतों में आंशिक क्षति पहुंचेगी. यह बारिश सब्जी खेती के लिए काफी हानिकारक है. इससे सब्जी की मूल्य वृद्धि होने की संभावना है. जानकारी हो कि बहरागोड़ा क्षेत्र के लगभग 25000 किसान खेती पर निर्भर हैं. यहां के किसान साल में दो बार खेती करते हैं. यहां के किसानों की मुख्य आय का स्रोत धान की खेती है.कोट
यह बारिश किसानों के लिए काफी लाभदायक साबित होगी. इस बारिश के बाद किसानों को अब बारिश की आवश्यकता नहीं होगी. इस बार फसल उत्पादन भी अच्छी होगी.
– प्रभारी कृषि पदाधिकारी, एस मजूमदार
…………………..
चाकुलिया : दो दोनों में हुई 155 मिमी बारिश
चाकुलिया.
चाकुलिया में पिछले दो दिनों से हो रही बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. चाकुलिया बीडीओ शिवानंद घटवारी के मुताबिक दो दिनों में लगभग 155 मिमी बारिश चाकुलिया में हुई है. उन्होंने बताया कि 14 सितंबर की सुबह 10 बजे तक 48.6 मिमी, 15 सितंबर की सुबह 10 बजे तक 105 मिमी बारिश हुई है. 15 सितंबर को दिनभर बारिश हुई है. बताया कि धान की खेती के लिए यह बारिश सर्वोत्तम है.बांकशोल में एक घर धंसा, स्टेशन जाने वाली सड़क जर्जर
दिनभर बारिश से अपने घरों से बाहर भी नहीं निकल पाये. दिनभर दुकानें बंद रही. सड़क पर इक्का-दुक्का ही लोग दिखायी दे रहे थे. बारिश से चाकुलिया नया बाजार स्थित सुभाष चौक से रेलवे स्टेशन जाने वाली सड़क की स्थिति काफी खराब हो गयी है. सड़क पर बने गड्ढे पानी और कीचड़ से भर गए हैं. चाकुलिया नगर पंचायत स्थित नामोपाड़ा रासमंच भी पूरी तरह से जलमग्न हो गया है. नाली निकासी की व्यवस्था सही नहीं होने के कारण रासमंच परिसर में जल जमाव की स्थिति उत्पन्न हो गई है. सरडीहा पंचायत स्थित बरसोल गांव में धर्मा हांसदा का घर बारिश से धंस गया. हालांकि, इस घटना में घर के भीतर बैठे लोगों को कोई चोट नहीं पहुंची.B
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है