राजेश डेनजील, नवहट्टा. कोसी नदी के जलस्तर बढ़ने से तटबंध के अंदर एक बार फिर तबाही का नजारा देखने को मिल रहा है. कैदली पंचायत के मध्य विद्यालय रामपुर छतवन के शिक्षकों को कमर से लेकर गर्दन भर पानी में घुसकर विद्यालय जान जोखिम में डालकर जाना-आना मुसीबत का पहाड़ बना हुआ है. शनिवार को विद्यालय के दर्जन भर शिक्षकों को जान को जोखिम में डालकर कई गड्ढे व खाई होते हुए बाढ़ के पानी में तैरते हुए विद्यालय पहुंचना पड़ा, जबकि ऐसी परिस्थिति में एक भी बच्चे विद्यालय में पढ़ाई करने नहीं जाते हैं. जहां शिक्षकों को सिर्फ अपनी उपस्थिति बनाकर ही विद्यालय से लौटना पड़ता है. ऐसी परिस्थितियों में विभाग को तटबंध के पूर्वी भाग जहां विद्यालय में पठन-पाठन हो. वैसी जगह पर इन शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति कर देना चाहिए, ताकि शिक्षकों को जान जोखिम में डालकर विद्यालय न जाना पड़े. रामपुर विद्यालय के शिक्षक रमेश कुमार, विजय कुमार, संतोष कुमार साह, जावेद आलम, महेंद्र सदा, गुड्डी कुमारी, नीतू कुमारी, उपमा कुमारी, रेणु देवी, निकहत परवीन, उमेरा खातून, सुधा कुमारी ने कहा कि सरकारी निर्देशों का पालन कर हमलोग जान जोखिम में डालकर विद्यालय जाते हैं, लेकिन बच्चे विद्यालय नहीं आते हैं. ऐसे में बिना पढ़ाए लौटने पर मन में काफी चोट पहुंचती है कि इतना कष्ट झेल कर विद्यालय भी जाते हैं और पठन-पाठन भी नहीं हो पाता है, जबकि रामपुर विद्यालय का छप्पर भी बीते दिनों आंधी में उड़ गया था. वहीं अब बाढ़ के पानी से विद्यालय पूरा घिरा पड़ा है.
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