डीआरडीए सभागार में चाइल्ड चैंपियन समागम
मुरहू के 14 गांवों से 200 चाइल्ड चैंपियंस ने लिया भाग
बाल अधिकार, बाल संरक्षण और बच्चों के सशक्तिकरण को बढ़ावा देने पर चर्चा
बच्चे बिना नाम बताये 1098 पर कॉल कर दें समस्याओं की जानकारी
खूंटी. जिला बाल संरक्षण इकाई खूंटी और बाल कल्याण संघ की ओर से सोमवार को डीआरडीए सभागार में चाइल्ड चैंपियन समागम का आयोजन किया गया. समागम के माध्यम से बाल अधिकार, बाल संरक्षण और बच्चों के सशक्तिकरण को बढ़ावा देने को लेकर चर्चा की गयी. मुरहू के 14 गांवों से आये 200 चाइल्ड चैंपियंस ने भाग लिया. मुख्य अतिथि निदेशक सह सदस्य सचिव झारखंड राज्य बाल संरक्षण संस्था समीरा एस ने बच्चों को प्रेरित करते हुए कहा कि आप अपने मनपसंद क्षेत्र में काम करें, लेकिन अपनी पढ़ाई को हमेशा प्राथमिकता दें. यदि आपके गांव में कोई समस्या हो, तो निःसंकोच अपना नाम गुप्त रखते हुए जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी को पत्र लिखें अथवा 1098 पर कॉल करें. उन्होंने कहा कि यह सेवा नि:शुल्क है. समागम में गम्हरिया की प्रतिभाशाली बच्ची प्रिया कुमारी को प्रतीकात्मक रूप से एक दिन के लिए बाल कल्याण समिति की अध्यक्ष बनाया गया. बाल कल्याण समिति की अध्यक्ष तनुश्री ने कहा कि खूंटी के बच्चों को तस्कर विभिन्न तरीकों से गुमराह कर रहे हैं. अफीम की खेती और मानव तस्करी के कारण बच्चों का बचपन खतरे में है. हमें मिलकर इस समस्या का समाधान करना होगा. बाल कल्याण संघ के निदेशक संजय मिश्र ने कहा कि खूंटी की पवित्र भूमि से भगवान बिरसा मुंडा ने अंग्रेजों के खिलाफ उलगुलान किया था.बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया
आज हमें इसी भूमि से बाल मजदूरी, बाल विवाह और मानव तस्करी के खिलाफ उलगुलान करना होगा. बाल अधिक संरक्षण आयोग की सदस्य विकास दोदराजका ने कहा अपने सपनों को साकार करने के लिए कड़ी मेहनत करें. डालसा सचिव राजश्री अपर्णा कुजूर ने डालसा की भूमिका को विस्तार से बताया. जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी अल्ताफ खान ने बताया कि इस वर्ष पांच बच्चों को फोस्टर केयर योजना का लाभ दिलाया जा रहा है. कार्यक्रम के अंत में चाइल्ड चैंपियंस ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है