रांची. राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) के तहत राज्य में डायल 108 आपातकालीन सेवा के तहत 44 नयी एंबुलेंस तैनाती की जायेगी. इसे लेकर आदेश जारी कर दिया गया है. इससे एंबुलेंस की कमी से जूझ रहे कुछ जिलों को बड़ी राहत पहुंचेगी. ये सभी वाहन बैकअप के तौर पर बेड़े में शामिल किये गये हैं, जो आपात परिस्थिति में मरीजों को चिकित्सा सेवा उपलब्ध करायेंगे. एंबुलेंस सर्विस का लाभ घायलों, सामान्य मरीजों और प्रसूताओं को इमरजेंसी सेवा के तहत मिलेगा. जिलों को वाहन हैंडओवर करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है. रांची जिले को भी दो वाहन दिये गये हैं. 21 जिलों के 44 लोकेशनों पर एंबुलेंस की तैनाती की गयी है. बेड़े में दो मोबाइल मेडिकल सर्विस वैन भी शामिल किये गये हैं.
इएमआरआइ-जीएचएस को मिली जिम्मेवारी
इसकी जिम्मेदारी मेसर्स इमरजेंसी मैनेजमेंट एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट-ग्रीन हेल्थ सर्विसेज (इएमआरआइ-जीएचएस) संभालेगा. स्वास्थ्य विभाग की ओर से 44 नयी एंबुलेंस दी जानी थी. वाहन उपलब्ध कराने में हो रही देरी के कारण कंपनी अपने स्तर से सेवा में एंबुलेंस शामिल करेगी. बताते चलें कि झारखंड में 14 नवंबर 2017 से निःशुल्क 108 एंबुलेंस सेवा चलायी जा रही है. फिलहाल रांची में 44 में से 36 वाहनों से मरीजों को सेवा मिल रही है. हालांकि, आठ एंबुलेंस का हैंडओवर होना अभी बाकी है. लोगों को 108 नंबर पर कॉल करने पर केस के अनुसार तुरंत सेवा उपलब्ध होगी. सभी बैकअप एंबुलेंस सेवा 24 घंटे के लिए दी जा रही है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है