Lucknow: देश के कई दिग्गज पहलवानों के रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (WFI) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर यौन उत्पीड़न और भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाने के बाद छिड़ा दंगल सोशल मीडिया पर भी बहस का विषय बन गया है. इसके पक्ष और विपक्ष में लोग खुलकर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त कर रहे हैं.
ऐसे ही कई ट्वीट में बृजभूषण के समर्थकों द्वारा उन्हें भाजपा से बड़ा बताने पर ये ट्विटर पर ट्रेंड करने लगा. इसके बाद मामला शांत करने के लिए बृजभूषण शरण सिंह ने ट्वीट कर अपने समर्थकों से विवाद से दूरी बनाने की अपील है.
उन्होंने ट्वीट किया कि सोशल मीडिया पर कुछ आपत्तिजनक स्लोगन, ग्राफिक्स, हैशटैग की जानकारी मिली है. ऐसा कुछ भी जिससे किसी राजनैतिक दल, सामाजिक संगठन, सम्प्रदाय या जाति-धर्म की गरिमा को नुकसान पहुंचे उसके प्रति मेरी असहमति है. उन्होंने कहा कि मैं ऐसे पोस्ट और ट्रेंड्स का खंडन करता हूं. मैं दल से बड़ा नहीं हूं, मेरा समर्पण मेरी निष्ठा प्रमाणिक है. मेरे शुभचिंतक और समर्थक कृपया ऐसे पोस्ट से दूर रहें, लाइक तो क्या कुछ कमेंट भी न करें.
इससे पहले डब्ल्यूएफआई महापरिषद की आज अयोध्या में होने वाली आपात बैठक अचानक कैंसिल कर दी गई है. बृजभूषण शरण सिंह ने यह बैठक बुलाई थी. बृजभूषण शरण सिंह पर लगे गंभीर आरोपों के बीच भारतीय कुश्ती संघ की जनरल काउंसिल की बैठक आज प्रस्तावित थी. 54 सदस्यों वाली जनरल काउंसिल की बैठक अयोध्या में होनी थी. लेकिन, इसे कैंसल कर दिया. अब कुश्ती संघ की बैठक 4 हफ्ते तक नहीं होगी.
बृजभूषण शरण सिंह मामले में भारतीय कुश्ती संघ पर लगाए गए गंभीर आरोपों के मद्देनजर एक ओवरसाइट कमेटी 4 हफ्तों में अपनी जांच को पूरा करेगी. जांच पूरी होने तक एक कमेटी दैनिक कार्यकलाप को देखेगी. तब तक भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण सिंह को इससे अलग रखने और जांच में सहयोग करने को कहा गया है.