Swami Prasad Maurya News: सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य की मुश्किलें बढ़ती हुई नजर आ रही हैं. श्रीरामचरितमानस को लेकर विवादित टिप्पणी करने के मामले में स्वामी प्रसाद मौर्य बुरी तरह से फंस चुके हैं. स्वामी प्रसाद मौर्या के खिलाफ लखनऊ के हजरतगंज कोतवाली में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है.
स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ लखनऊ के ऐशबाग के शिवेंद्र मिश्रा ने हजरतगंज में एफआईआर दर्ज कराया है. स्वामी प्रसाद मौर्य पर हजरतगंज कोतवाली में आईपीसी की धारा 295 ए ,298, 504, 505(2),153A में दर्ज हुई है.
Uttar Pradesh | FIR registered against Samajwadi Party MLC Swami Prasad Maurya in connection with his remarks on Ramcharitramanas. The complaint was registered on the basis of a complaint by one Shivendra Mishra. IPC sections 153a, 295A,298, 504 505(2) invoked. https://t.co/IYD1ExOaHv
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) January 24, 2023
दरअसल हाल ही में सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने एक टीवी चैनल से बात करते हुए श्रीरामचरितमानस पर टिप्पणी करते हुए बैन करने की मांग की थी. स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा था कि रामचरितमानस में जो भी विवादित अंश है उसे निकाल देना चाहिए. उन्होंने तुलसीदास द्वारा लिखी श्रीरामचरितमानस की एक चौपाई- ‘ढोल-गंवार शूद्र पशु नारी, सकल ताड़ना के अधिकारी’ का जिक्र करते हुए कहा था कि इस तरह की पुस्तक को जब्त किया जाना चाहिए.
क्योंकि महिलाएं सभी वर्ग की हैं, और उनकी भावनाएं इससे आहत नहीं हो रहीं हैं. स्वामी प्रसाद मौर्य ने आगे कहा था एक तरफ तो कहेंगे कि यत्र नार्यस्तु पूज्यंते रमंते तत्र देवता, तो दूसरी तरफ तुलसी बाबा से गाली दिलवाकर कहेंगे कि इनको मारिए पीटिए. ऐसे में श्रीरामचरितमानस को बैन कर देना चाहिए.
Also Read: Subhash Chandra Bose Jayanti: लखनऊ के युवाओं में देशभक्ति की चिंगारी सुलगा गए थे नेताजी, यहां की थी जनसभा…बता दें कि यूपी डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की. जहां उन्होंने सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्या और अखिलेश यादव पर निशाना साधा. केशव प्रसाद मौर्य ने कहा एक नए नवेले नेता(स्वामी प्रसाद मौर्य) जो कई घाटों का पानी पीकर सपा में गए हैं. वहां अखिलेश यादव के भोंपू बने हुए हैं. इन्होंने रामचरितमानस पर जो बयान दिया. उसके बाद अखिलेश यादव का इसपर चुप रहना यूपी के माहौल को खराब करने का एक प्रयास है.
एक नए नवेले नेता(स्वामी प्रसाद मौर्य) जो कई घाटों का पानी पीकर सपा में गए हैं वहां अखिलेश यादव के भोंपू बने हुए हैं। इन्होंने रामचरितमानस पर जो बयान दिया उसके बाद अखिलेश यादव का इसपर चुप रहना उ.प्र. के माहौल को खराब करने का एक प्रयास है: उ.प्र. के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य pic.twitter.com/kv9HCwP8zy
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 24, 2023