लखनऊ. दुधवा बाघ संरक्षण फाउंडेशन के शासीनिकाय (गवर्निंग बॉडी) ने दुधवा नेशनल पार्क में पर्यटकों को लुभाने के लिए पार्क में एंट्री फीस से लेकर विभिन्न शुल्कों में भारी छूट देने का ऐलान कर दिया है. पर्यावरण, वन, जलवायु परिवर्तन एवं जन्तु उद्यान मंत्री(स्वतंत्र प्रभार एवं शासी निकाय दुधवा बाघ के अध्यक्ष डॉ अरूण कुमार सक्सेना ने बुधवार को समीक्षा बैठक में इसके आदेश दिए हैं. एक किमी के दायरे में होटल खोला जाएगा ताकि लोग प्राकृतिक माहौल में रहकर बाघ की दहाड़ और हाथी की चिंघाड़ सुन सकें.
पर्यावरण, वन, जलवायु परिवर्तन एवं जन्तु उद्यान मंत्री(स्वतंत्र प्रभार) एवं अध्यक्ष शासी निकाय दुधवा बाघ डॉ अरूण कुमार सक्सेना ने कहा है कि दुधवा नेशनल पार्क में प्रवेश शुल्क एवं अन्य शुल्कों की दरों में की गई कमी आम आदमी को दुधवा के प्रति आकर्षिक करने में मील का पत्थर साबित होगी. शुल्क दरों में कमी होने से दुधवा आने वाले पर्यटकों की संख्या में बढोत्तरी होगी. इससे विभाग के राजस्व में वृद्धि होगी. विभागीय मंत्री डॉ अरूण कुमार सक्सेना ने दुधवा बाघ संरक्षण फाउंडेशन के शासी निकाय (गवर्निंग बॉडी) की समीक्षा बैठक के दौरान अधिकारियों को वह सभी उपाय करने का आदेश दिया जिससे पर्यटकों की संख्या में वृद्धि के साथ ही वन्य जीव पर्यावरण भी बेहतर हो सके.
Also Read: Dudhwa Tiger Reserve : बाघों की मौत को लेकर समिति ने सरकार को सौंपी रिपोर्ट, वन मंत्री ने कही ये बड़ी बातपर्यावरण, वन, जलवायु परिवर्तन एवं जन्तु उद्यान मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ सक्सेना ने कहा कि 05 वर्ष से कम आयु के तथा स्कूली बच्चों का दुधवा में प्रवेश निःशुल्क कर दिया गया है. पर्यटकों की सुविधा के लिए दुधवा के एक किमी के दायरे में होटल खोलने के लिए निवेशकों को आकर्षित किया जायेगा. मंत्री ने निर्देश दिए कि दुधवा आने वाले पर्यटकों के लिए आवागमन की बेहतर सुविधा के लिए सम्पर्क मार्गों का सुदृढ़ीकरण जल्दी से जल्दी कराया जाये.
Also Read: UP Tiger Death in Dudhwa: बाघों की मौत को लेकर पोस्टमार्टम रिपोर्ट में चौकाने वाला खुलासापर्यावरण, वन, जलवायु परिवर्तन एवं जन्तु उद्यान मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ सक्सेना ने बताया कि दुधवा के भ्रमण के लिए प्रति व्यक्ति प्रति पाली 300 रुपये के स्थान पर 150 रुपये लिए जाएंगे. गैंडा परिक्षेत्र में भ्रमण के लिए अतिरिक्त प्रवेश शुल्क प्रति व्यक्ति 700 के स्थान पर 200 देना होगा. सफारी वाहन शुल्क 600 के स्थान पर 200, गैंडा परिक्षेत्र के बाहर अधिकतम 02 घंटे की अवधि के लिए प्रति हाथी सवारी शुल्क रुपया 2000 के स्थान पर 500 एवं गैंडा परिक्षेत्र के अन्दर अधिकतम 02 घंटे के लिए प्रति हाथी सवारी शुल्क रूपया 4000 के स्थान पर 500 तथा बोट सवारी प्रति व्यक्ति शुल्क अधिकतम 01 घंटे के लिए रूपया 250 के स्थान पर 100 रुपये मंजूर किया गया है.
दुधवा बाघ संरक्षण फाउंडेशन के शासी निकाय(गवर्निंग बॉडी) की समीक्षा बैठक में जनपद लखीमपुर खीरी के विधानसभा क्षेत्र पलिया के विधायक हरविंदर कुमार साहनी, जनपद बहराइच के विधानसभा क्षेत्र बलहा की विधायक सरोज सोनकर, अपर मुख्य सचिव पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मनोज सिंह सहित वरिष्ठ विभागीय अधिकारी उपस्थित थे.
https://www.youtube.com/c/prabhatkhabarup