Lakhimpur Kheri: लखीमपुर खीरी हिंसा में एक नाम सबसे ज्यादा लिया गया और वो है आशीष मिश्रा का. आशीष मिश्रा को लखीमपुर खीरी हिंसा का मुख्य आरोपी बताया गया. पुलिस ने आशीष मिश्रा को पूछताछ के लिए दो बार बुलाया. पहली बार आशीष मिश्रा नहीं पहुंचा और दूसरी बार उसके आने की खबर मिली.
लखीमपुर खीरी के तिकुनिया में रविवार को हिंसा हुई. इसमें चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत हो गई थी. इसके बाद आशीष मिश्रा के ऊपर आरोप लगे. अशीष मिश्रा के पिता केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी तमाम आरोपों से पल्ला झाड़ते रहे.
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आशीष मिश्रा के क्राइम ब्रांच के सामने जाने के पहले भी बहुत कुछ हुआ है. जिसे जानना बेहद जरूरी है. प्रभात खबर ने पहले ही जानकारी दी थी कि आशीष मिश्रा कुछ लोगों के हस्ताक्षरित हलफनामे लेकर जा सकते हैं.
हालांकि, उनका टारगेट लभगग 100 लोगों के बयान लेकर जाने का था. लेकिन, उतनी संख्या में प्रबंध नहीं हो पाने के कारण वो करीब दर्जन भर हलफनामे लेकर गए. इन हलफनामों में बताया गया है कि लखीमपुर खीरी के तिकुनिया में हिंसा के दौरान दौरान वो (आशीष मिश्रा) घटनास्थल पर नहीं गए थे.
हालांकि, पुलिस सूत्रों ने आशीष मिश्रा के सबूतों से संतुष्ट नहीं होने की बात कही. लखनऊ में लखीमपुर पुलिस अंकित दास के ड्राइवर को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई. लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा के दौरान अंकित दास अपनी गाड़ी में मौजूद था. जबकि, मामले में आरोपी अंकित दास फरार चल रहा है.
(रिपोर्ट: उत्पल पाठक, लखनऊ)