लखनऊ: यूपी के बीते 48 घंटे दहशत भरे रहे. लोक भवन, विधान भवन, ताज होटल, पुलिस मुख्यालय, पलासियो माल, चारबाग रेलवे स्टेशन, आलमबाग बस अड्डे पर एक के बाद एक आतंकी हमले हुए. इन हमलों से हड़कंप मच गया. लेकिन एनएसजी कमांडो, यूपीएटीएस और यूपी पुलिस ने मिलकर इन आतंकी हमलों को नाकाम कर दिया. इस अभियान में सुरक्षा एजेंसियों ने मिलकर 41 आतंकियों को मार गिराया. हालांकि राहत की बात यह थी कि यह एक मॉक ड्रिल थी. इसमें आतंकी नकली थे, हमला भी नकली था, लेकिन आतंकवादी अटैक में बचाव कैसे किया जाए, उस पर असली अभियान की तरह अमल किया गया.
यूपी में आतंकवादी घटनाओं से दक्षता, दृढ़ता, कुशलता से निपटने के लिये 13 व 14 सितंबर को केंद्रीय एजेंसियों के साथ मिलकर एक अभियान चलाया गया. इसमें आतंकी घटनाओं से निपटने के लिये मॉक ड्रिल करना की योजना भी शामिल थी. सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर यूपी पुलिस, एनएसजी के अधकारियों ने 13 व 14 सितंबर को संयुक्त रूप से आठ स्थानों पर ‘काउंटर टेरर मॉक ड्रिल’ की. 13 सितंबर को चारबाग रेलवे स्टेशन, आलमबाग बस स्टेशन, पलासियो मॉल गोमती नगर, ताज होटल, लोक भवन और 14 सितंबर को विधान भवन, उत्तर प्रदेश पुलिस मुख्यालय भवन में मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया.
यूपी पुलिस के अनुसार 13 सितंबर को लगभग 3.15 बजे लखनऊ जंक्शन (NER) के प्लेटफॉर्म संख्या 06 के पास स्थित पानी की टंकी के सामने बाउंड्री वॉल के पास विस्फोट होने की सूचना मिली थी. जिस पर स्थानीय पुलिस ने कंट्रोल रूम के माध्यम से सभी संबंधित एजेंसियों को तत्काल सूचना दी गयी. पुलिस, जीआरपी, आरपीएफ ने घायलों एवं अन्य व्यक्तियों को घटना स्थल से सुरक्षित रूप से बाहर निकाला.
बीडीडीएस टीम ने घटना स्थल पर पहुंच कर एक अन्य विस्फोटक सामग्री (आईईडी), जो कि एक सूटकेस में छिपायी गयी थी, उसको खोजा और निष्क्रिय किया. यूपी एटीएस की कमांडो टीम ने समय से पहुंचकर घटना स्थल का कॉर्डन (घेराव ) किया और सर्च शुरू किया. यूपी एटीएस कमांडो टीम ने एरियल ड्रोन के माध्यम से ट्रैक व चिह्नित कर 2 आतंकवादियों को सांकेतिक रूप से मार गिराया. साथ ही स्थानीय प्रशासन ने मेडिकल टीम व एसडीआरएफ के माध्यम से घायलों को तत्काल उपचार के लिये जीएमयू ट्रॉमा सेंटर भेजा गया.
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13 सितंबर को ही लगभग 3:37 बजे आलमबाग बस स्टैंड की सीढियों से नीचे मदर डेरी कूल कॉर्नर के पास दो बम विस्फोट किये गये. इसकी सूचना स्थानीय पुलिस ने कंट्रोल रूम के माध्यम से सभी संबंधित एजेंसियों को तत्काल दी. यहां सबसे पहले घायलों एवं अन्य व्यक्तियों को घटना स्थल से सुरक्षित रूप से बाहर निकाला गया. साथ ही साथ बीडीडीएस टीम ने घटना स्थल पर पहुंच कर एक अन्य विस्फोटक सामग्री (पीईके), जो कि यात्री प्रतीक्षालय में सीट के नीचे एक काले रंग के बैग में छिपायी गयी थी, उसको खोजकर निष्क्रिय किया.
यूपी एटीएस की कमांडो टीम ने समय से पहुंचकर घटना स्थल का घेराव करके सर्च शुरू किया. एटीएस उत्तर प्रदेश की कमांडो टीम ने असलहों से लैस होकर फायरिंग करते हुए भाग रहे दो आतंकवादियों का बुलट-प्रूफ गाड़ी से पीछा किया. आतंकवादियों ने कमांडो टीम पर फायर किया लेकिन वह निष्प्रभावी रहा. एटीएस कमांडो की हिट टीम ने एक आतंकवादी को सांकेतिक रूप से मार गिराया गया और एक का पकड़ लिया. थानीय प्रशासन की मेडिकल टीम व एसडीआरएफ के माध्यम से घायलों को तत्काल उपचार के लिये अजंता हॉस्पिटल व लोकबंधु हॉस्पिटल भेजा गया.
वहीं एटीएस उत्तर प्रदेश की कमांडो टीम ने समय से पहुंचकर घटना स्थल का घेराव कर सर्च की गयी. इस दौरान टेक्टिकल असेंडर का प्रयोग करते हुए एटीएस उत्तर प्रदेश की कमांडो टीम ने मॉल में प्रवेश किया. इस कार्रवाई में आतंकवादी को पकड़ लिया गया. साथ ही स्थानीय प्रशासन ने मेडिकल टीम व एसडीआरएफ के माध्यम से घायलों को तत्काल इलाज के लिये मेदांता हॉस्पिटल भेजा गया. फोरेंसिक टीम ने घटना स्थल से विस्फोट से संबंधित अवशेषों को साक्ष्य के रूप में एकत्रित किया.
रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन और मॉल के बाद आतंकियों ने 7.11 बजे सीएम आवास के पास स्थित ताज होटल की A-पार्किंग से सीधे गुलजार की तरफ के गेट फायरिंग की. ये आतंकी होटल के अंदर घुसने की कोशिश कर रहे थे. इस मामले की सूचना पुलिस को दी गयी. पुलिस ने कंट्रोल रूम के माध्यम से सभी संबंधित एजेंसियों को तत्काल सूचना दी गयी. स्थानीय पुलिस एवं ताज होटल की सुरक्षा एंजेसी के कर्मियों ने होटल में फंसे व्यक्तियों को होटल से सुरक्षित रूप से बाहर निकालने का कार्य किया गया.
एटीएस उत्तर प्रदेश की कमांडो टीम सूचना मिलते ही तीव्र गति से घटना स्थल पर पहुंची और स्थानीय पुलिस से समन्वय व जानकारी लेकर घटना स्थल को अपने नियंत्रण में लिया. एटीएस कमांडो टीम ने घटना स्थल के पास विकास प्राधिकरण की पार्किंग में ICP स्थापित की. आतंकवादी होटल से भाग न पाएं, इसके लिए होटल के सभी गेट व अन्य चिन्हित स्थानों पर कट-ऑफ कमांडो पार्टी लगाई गयी. उनका पीछा करने एवं उन्हें कट-ऑफ करने के लिए एटीएस में उपलब्ध बुलट प्रूफ गाड़ियों को तैनात किया गया. घटना स्थल के पास जेपी एनआईसी बिल्डिंग और आइनॉक्स माल के ऊपर छत पर दूरबीन एवं नाइटविजन के साथ स्नाइपर तैनात किए गए.
एटीएस कमांडो की हिट टीम ने घटना स्थल की रेकी करते हुए पीछे के गेट से होटल में प्रवेश कर होटल के ग्राउंड फ्लोर को क्लियर करते हुए फ्लोर के अन्य कमरों को सर्च कर चिह्नित किया. इस दौरान एटीएस कमांडो टीम ने 4 आतंकियों को सांकेतिक रूप से मार गिराया गया. यह जानकारी एकत्र की गयी कि आतंकवादियों ने होटल के अंदर बहुत से लोगों को बंधक बनाया है. बंधकों की जीवन-रक्षा के लिए निगोसिएशन टीम ने वार्ता करने की कोशिश की. लेकिन इसमें सफलता नहीं मिली. इसके बाद वहां एनएसजी कमांडो टीम पहुंच गयी. इस टीम ने ऑपरेशन को सफलतापूर्वक करते हुए बचे हुए आतंकवादियों को न्यूट्रलाइज कर सभी बंधकों को मुक्त करा लिया.
सुशांत गोल्फ सिटी में स्थित लुलु मॉल भी आतंकियों के निशाने पर रहा. यहां शाम लगभग 7.29 बजे गेट नंबर 8 से आतंकवादियों ने मॉल में घुसने का प्रयास किया. फायरिंग करते हुए आतंकी मल्टीलेवल पार्किंग की तरफ से अंदर घुसे. इसकी सूचना पुलिस को दी गयी. इसके बाद पुलिस व एटीएस मौके पर पहुंची. एटीएस कमांडों ने पुलिस से घटना स्थल की जानकारी ली और सुरक्षित स्थान चिह्नित कर आईसीपी (Incident Command Post) स्थापित की गयी. आतंकी हमला करने के बाद भाग न सकें, इसके लिये घटना स्थल के चारों ओर कट-ऑफ कमांडो पार्टी लगाई गयीं. उनका पीछा करने के लिये बुलेट प्रूफ गाड़ियां लगायी गयीं.
आतंकवादियों को नेस्तानाबूत करने के लिए घटना स्थल के पास स्थित हाई-राइज बिल्डिंग दूरबीन और नाइटविजन के साथ स्टेट-ऑफ-आर्ट के साथ स्नाइपर तैनात किए गये. एरियल रेकी के लिए ड्रोन का प्रयोग किया गया. एटीएस कमांडो की हिट टीम ने घटना स्थल की रेकी की. इसके बाद लोगों की जीवन-रक्षा करते हुए आतंकियों को न्यूट्रलाइज करने के उद्देश्य से मॉल के पार्किंग क्षेत्र मॉल में कमांडो घुसे. मॉल का पार्किंग एरिया, प्रथम तल, द्वितीय तल एवं तृतीय तल क्लियर किया गया. इस दौरान एटीएस कमांडो टीम ने 6 आतंकियों को सांकेतिक रूप से मार गिराया गया.
मॉल के अंदर करीब 25-30 लोगों को बंधक बनाया गया था. बंधकों की जीवन-रक्षा के लिए पुलिस उपायुक्त, दक्षिणी (इंसीडेंट कमांडर) के निर्देश पर निगोसिएशन टीम आतंकियों से बातचीत की. लेकिन वार्ता सफल न होने की स्थिति में एनएसजी टीम 125 कमांडों के साथ मौके पर पहुंची. एटीएस ने उन्हें वस्तुस्थिति से अवगत कराया. इसके बाद एनएसजी ने ऑपरेशन को सफलतापूर्वक करते हुए शेष आतंकवादियों को न्यूट्रलाइज कर सभी बंधकों को सकुशल मुक्त कराया.
आतंकियों ने राजधानी लखनऊ में एक के बाद एक प्रमुख स्थानों को निशाना बनाया. बुधवार रात लगभग 8.11 बजे लोक भवन के गेट नंबर दो के पास दो बम धमाके हुए. इसके बाद आतंकियों ने गेट नंबर तीन से अंदर घुसने की कोशिश की. वहां तैनात सुरक्षाकर्मियों ने उनको रोकने का प्रयास किया. साथ ही स्थानीय पुलिस को भी सूचना दी गयी. पुलिस ने यूपी एटीएस सहित अन्य सुरक्षा एजेंसियों को घटना की जानकारी दी. इस हमले के बीच वहां मौजूद स्थानीय पुलिस एवं सचिवालय सुरक्षा दल ने लगभग 10 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला.
उधर एटीएस उत्तर प्रदेश की कमांडो टीम सूचना मिलते ही तीव्र गति से घटना स्थल पर पहुंची. स्थानीय पुलिस व सचिवालय सुरक्षा दल से समन्वय व जानकारी लेकर घ्ज्ञटना स्थल को अपने नियंत्रण में ले लिया. एटीएस कमांडो टीम ने घटना स्थल के समीप अंबेडकर छात्रावास में ICP स्थापित की. आतंकवादी लोकभवन से भाग न पायें, इसके लिए सभी गेटों व अन्य चिन्हित स्थानों पर कट-ऑफ कमांडो पार्टी लगाई गयी. उनका पीछा करने एवं उन्हें कट-ऑफ करने के लिए एटीएस में उपलब्ध बुलट प्रूफ गाड़ियों को तैनात किया गया. हाई-राइज बिल्डिंग की छतों पर स्नाइपर तैनात किये गये. एरियल रेकी के लिए ड्रोन का प्रयोग किया गया.
एटीएस कमांडो की हिट टीम ने बेसमेंट से रेकी व सर्च करते हुए लोकभवन में प्रवेश किया. जवाबी कार्रवाई करते हुए एटीएस कमांडो टीम ने लोकभवन के ग्राउंड फ्लोर, पोर्टिको हॉल को सर्च करते हुए क्लीयर किया. इस दौरान एटीएस कमांडो टीम ने एक आतंकवादी पकड़ लिया. पांच आतंकवादियों को सांकेतिक रूप से मार गिराया गया. इसके बाद एनएसजी कमांडो की टीम मौके पर पहुंची. एटीएस ने वस्तुस्थिति की जानकारी लेकर एसएनजी टीम ने ऑपरेशन को सफलतापूर्वक बचे हुए आतंकियों को न्यूट्रलाइज किया.