Ayodhya: अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण का कार्य तेजी से चल रहा है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जनवरी 2024 के तीसरे सप्ताह में भगवान राम लला के विग्रह को गर्भगृह में उनके मूल स्थान पर स्थापित करेंगे.
राम मंदिर के निर्माण और प्रबंधन के लिए स्थापित ‘श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र’ के कोषाध्यक्ष स्वामी गोविंद देव गिरी महाराज के मुताबिक मंदिर निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है. अब तक 70 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है. अगले वर्ष जनवरी के तीसरे सप्ताह तक भगवान राम के विग्रह की स्थापना के बाद भक्त दर्शन पूजन कर सकेंगे.
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने 2022 में बेसमेंट के निर्माण की समय सीमा दिसंबर 2023 तय की थी, जिसमें गर्भगृह भी शामिल था. बाद में पिछले वर्ष सितंबर में हुई बैठक में इसे थोड़ा और पहले करके अक्टूबर कर दिया गया. इसके बाद इसे अगस्त 2023 तक हर हाल में पूरा करने को कहा गया. ट्रस्ट ने निर्माण प्रक्रिया इसी के अनुरूप पूरी करने को कहा था.
Also Read: यूपी निकाय चुनाव: ओबीसी आरक्षण रिपोर्ट पर 24 मार्च को सुप्रीम कोर्ट सुनाएगा फैसला, जानें कब हो सकते हैं चुनाव
इससे पहले गृह मंत्री अमित शाह ने 1 जनवरी 2024 को अयोध्या में राम मंदिर तैयार मिलने का बयान दिया था. इसके बाद ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने भी सहमति जताई थी. उन्होंने अमित शाह के बयान को लेकर कहा था कि उनकी कृपा से ही मंदिर का निर्माण हो रहा है. नहीं तो सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई ही नहीं होती. वो देश के सम्मान के लिए काम करने वाला खून है, देश की सम्मान की रक्षा के लिए काम करने वाला खून है.
होइहि सोइ जो राम रचि राखा।
श्री रामजन्मभूमि मंदिर निर्माण कार्य प्रगति के कुछ दृश्य। pic.twitter.com/buvuuW4Ta3
— Champat Rai (@ChampatRaiVHP) March 15, 2023
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी कह चुके हैं कि जनवरी 2024 में जब भगवान राम अपने मंदिर में विराजमान होंगे तो पूरा भारत ही नहीं, पूरी दुनिया गौरवान्वित होगी. दुनिया विरासत का सम्मान करेगी. राम की विरासत पर हम सबको गौरव की अनुभूति होनी चाहिए.
इस बीच महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे भी इस महीने के अंत में अयोध्या आएंगे. राज्य विधानसभा का बजट सत्र खत्म होने के बाद उनके अयोध्या दौरे की तैयारी की जा रही है. महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे भी अपने मंत्रियों के साथ अयोध्या आ चुके हैं.