दलितों को शक्ति के रूप में संगठित करने वाले कांशीराम की आज पुण्यतिथि है. बामसेफ, डीएस-4 एवं बहुजन समाज पार्टी के संघर्ष से जुड़े देश भर में उनके अपार अनुयाई उनको याद कर रही हैं. कांशीराम की राजनीतिक विरासत को संभाल रहीं यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री एवं बसपा की संस्थापक मायावती ने भी अपने दिवंगत नेता को याद किया.
सत्ता की मास्टर चाबी प्राप्त कर बहुजन समाज को गुलामी/लाचारी के जीवन से निकाल उन्हें अपने पैरों पर खड़ा करने के लिए अपना जीवन व सब कुछ बीएसपी मूवमेन्ट को न्योछावर करने के उनके संघर्ष से यूपी में बीएसपी की 4 बार सरकार बनी . यहाँ सामाजिक परिवर्तन व आर्थिक मुक्ति की मज़बूत नींव पड़ी.
बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा कि चह परमपूज्य बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर के आत्म-सम्मान व स्वाभिमान मूवमेन्ट को जीवित रखने वाले, कांशीराम की आज पुण्यतिथि पर उनको शत्-शत् नमन व अपार श्रद्धा-सुमन अर्पित करती हैं.
ऐसे बहुजन नायक कांशीराम को पूरे देश में बीएसपी के लोगों द्वारा तहेदिल से स्मरण तथा बाबा साहेब के रुके कारवाँ को गति देने के ऐतिहासिक कार्य के लिए उन्हें अपार श्रद्धा-सुमन अर्पण कांशीराम का अधूरा मिशन बीएसपी पूरा करेगी. संघर्ष जारी है.