UP News: उत्तर प्रदेश में पहली बार सहकारी समितियों की जमीन पर पेट्रोल पंप खोले जाएंगे. इसके लिए मानक पूरा करने वाले 100 स्थानों का भी चयन कर लिया गया है. भारत पेट्रोलियम कारपोरेशन लिमिटेड अब इन स्थानों को निरीक्षण कर आगे की प्रक्रिया तय करेगा. सरकार ने सहकारी समितियों को आर्थिक रूप से मजबूत करने के लिए ये कदम बढ़ाया है. इससे लोगों को भी काफी सुविधाएं मिलेंगी.
दरअसल, ग्रामीण क्षेत्रों में पेट्रोल पंप की संख्या बहुत कम है और यह काफी दूर पर भी स्थित होते हैं. जिस वजह से लोगों का काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. जिलों में न्याय पंचायत स्तर पर समितियों का संचालन किया जाता है.
Also Read: UP News: योगी सरकार ने यूपी के छह लाख किसानों को दिए 208 करोड़ रुपये, जानिये वजह
पेट्रोल पंप के लिए जमीन 40 मीटर लंबी और इतनी ही चौड़ी होनी चाहिए. साथ ही, यह शहर या नगर पालिका/नगर पंचायत के करीब हो. इसके अलावा, सबसे ज्यादा जरूरी बात यह है कि जमीन जिला स्तरीय मार्ग, हाईवे पर स्थित हो. पेट्रोल पंप के लिए सभी जिलों से मांगी गई सूचना के बाद 100 स्थान चिह्नित किए गए हैं. भारत पेट्रोलियम कारपोरेशन लिमिटेड के निरीक्षण के बाद पेट्रोल पंप लगाने के बारे में निर्णय लिया जाएगा.
गौरतलब है कि यूपी में कुल 7479 सहकारी समितियां हैं. इनमें से बड़ी संख्या में समितियां निष्क्रिय हैं, जिससे वहां कार्यरत सचिव सहित अन्य स्टाफ का वेतन निकलना मुश्किल हो गया है. सरकार की ओर से समिति की आय से ही इन लोगों को वेतन दिया जाता है. जब ये समितियां सक्रिय होंगी तो इनकी आय बढ़ेगी, जिससे सचिव सहित सभी स्टाफ को वेतन मिल सकेगा.
सरकार का यह प्रयास है कि सहकारी समितियां किसानों को सिर्फ ऋण वितरण करने तक सीमित न रहें, बल्कि वे ग्रामीण क्षेत्रों में आर्थिक विकास का केंद्र भी बनें. किसानों को खाद, बीज, कीटनाशक व फसली ऋण मुहैया कराने वाली प्राथमिक कृषि ऋण सहकारी समितियों (पैक्स) को लाभ दिलाने के लिए सरकार ने सहकारी समितियों पर पेट्रोल पंप खोलने की पहल की है.
Posted By: Achyut Kumar