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UP Weather Update: यूपी में अगले चौबीस घंटे में भारी बारिश के आसार, नदियों का रौद्र रूप देखकर लोग सहमे

यूपी में मानसून के तेवर के कारण बादल लगातार बरस रहे हैं. अगले चौबीस से अड़तालीस घंटे में पश्चिमी यूपी और पूर्वांचल में भारी बारिश के आसार हैं. वहीं नदियों ने भी रौद्र रूप धारण कर लिया है. प्रदेश के 32 जिलों में 12 प्रतिशत से अधिक वर्षा हुई है, जबकि 20 जिलों में 80 से 120 प्रतिशत तक बारिश हो चुकी है.

UP Weather Update: यूपी में मानसून की सक्रियता के कारण अलग अलग स्थिति देखने को मिल रही है. भारी बारिश वाले इलाकों में जहां बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है, वहीं कई जगह बारिश के बाद उमस भरी गर्मी लोगों को परेशान कर रही है. लखनऊ सहित आासपास के क्षेत्रों में रविवार सुबह से आसमान में हल्के बादल छाए हुए हैं. हालांकि धूप निकलने की वजह से उमस भरी गर्मी का एहसास बना हुआ है.

आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र, लखनऊ के मुताबिक रविवार को प्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश होने की संभावना है. करीब 36 जनपदों में गरज चमक के साथ बिजली गिरने को लेकर लोगों से सावधान रहने को कहा गया है. मौसम विभाग की मानें तो प्रदेश में अभी बारिश कुछ दिनों तक लगातार होती रहेगी. फिलहाल 21 जुलाई तक बारिश के आसार हैं.

मौसम विभाग के मुताबिक रविवार को आगरा, औरैया, बांदा, चित्रकूट, इटावा और फिरोजाबाद जिले में यलो अलर्ट जारी किया गया है. इसके साथ ही हमीरपुर, जालौन, झांसी, ललितपुर, महोबा, सहारनपुर और उसके आसपास क्षेत्र में भारी बारिश की संभावना है.

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इसके साथ ही रविवार को आगरा, अलीगढ़, अमरोहा, औरैया, बदायूं, बागपत, बांदा, बुलंदशहर, चित्रकूट, एटा और इटावा में गरज चमक के साथ आकाशीय बिजली गिरने की संभावना है. वहीं फर्रुखाबाद, फतेहपुर, झांसी, फिरोजाबाद, गौतमबुद्धनगर, हापुड़, गाजियाबाद, हमीरपुर, हाथरस, कानपुर नगर, कन्नौज, जालौन में गरज चमक के साथ बिजली गिरने की संभावना है.

इसके साथ ही ललितपुर, महोबा, मैनपुरी, मथुरा, मेरठ, मिर्जापुर, प्रयागराज, संभल, शामली, सोनभद्र, कानपुर देहात, कासगंज और कौशांबी में गरज चमक के साथ बिजली गिरने की संभावना है. आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र, लखनऊ के मुताबिक 17 जुलाई को पश्चिमी यूपी और पूर्वी यूपी में लगभग सभी जगहों पर भारी बारिश के आसार हैं. 18 और 19 जुलाई को यूपी में बारिश के आसार हैं. वहीं 20 और 21 जुलाई को पश्चिमी यूपी में कुछ स्थानों पर और पूर्वी यूपी में एक-दो स्थानों पर गरज चमक के साथ बारिश की संभावना है.

मौसम ​वैज्ञानिकों के मुताबिक मानसून की धुरी का पश्चिमी छोर अपनी सामान्य स्थिति से दक्षिण की ओर चल रहा है, पूर्वी छोर अपनी सामान्य स्थिति के उत्तर में है. मानसून ट्रफ बीकानेर, नारनौल, ग्वालियर, सतना, डाल्टनगंज, दीघा और फिर उत्तर-पूर्व की ओर बंगाल की पूर्वोत्तर खाड़ी से गुजर रही है. हरियाणा और आसपास के इलाकों पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है. दक्षिणी उत्तर प्रदेश के मध्य भागों पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है. 16 जुलाई के आसपास उत्तर पश्चिमी बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक चक्रवाती परिसंचरण विकसित होने की उम्मीद है। इसके प्रभाव से अगले 2 से 3 दिनों में उसी क्षेत्र में कम दबाव का क्षेत्र विकसित हो सकता है. दक्षिण गुजरात पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है.

मौसम की बदली परिस्थितियों के कारण प्रदेश में गंगा, यमुना व सरयू समेत सभी नदियों का जलस्तर बढ़ने लगा है. इससे कई जिलों में बाढ़ की स्थिति बनने लगी है. इसके मद्देनजर प्रदेश सरकार ने भी सरकारी मशीनरी को अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बाढ़ प्रभावितों को राहत पहुंचाने के लिए सारी व्यवस्था चाक-चौबंद रखने के निर्देश दिए हैं. साथ ही नदियों के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए तटबंधों और बैराजों की सुरक्षा पर विशेष नजर रखने को कहा गया है.

केंद्रीय जल आयोग की ओर से जारी रिपोर्ट के मुताबिक गंगा और यमुना का जल स्तर भी अभी भी खतरे के निशान से ऊपर बना हुआ है. इसके अलावा सरयू, रामगंगा आदि नदियों में भी नदियों का पानी बढ़ाव पर है. यूपी में हो रही लगातार बारिश से बढ़ रहे बाढ़ के खतरे को देखते हुए सरकार ने एसडीआरएफ की टीम को बाढ़ प्रभावित जिलों में तैनात करने के आदेश दिए गए हैं. प्रदेश में गंगा और यमुना दोनों ही नदियां उफान हैं। इन दोनों नदियों से संबंधित जिलों में एसडीआरएफ और राहत टीम को तैयार रखने के निर्देश दिए गए हैं.

गंगा और यमुना के साथ सरयू भी कई जिलों में अपना रौद्र रूप दिखा रही है तो उधर राप्ती का वेग भी अब प्रभावित करने लगा है. मथुरा में यमुना नदी का जलस्तर प्रयाग घाट पर खतरे के निशान को पार कर गया है. यहां यमुना खतरे के निशान 166 मीटर से 40 सेमी ऊपर बह रही है.

लगातार बढ़ रहे जल से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है और कई इलाकों में बिजली आपूर्ति बाधित है. वहींं घाटों पर पानी आ जाने के कारण नगर निगम ने रास्ते बंद कर दिए हैं. यमुना किनारे जगह जगह गोताखोर और कर्मचारी निगरानी के लिए तैनात किए गए हैं. यमुना के बढ़ते जलस्तर को लेकर प्रशासन अलर्ट है. वृंदावन, मथुरा, शेरगढ़, नौहझील मांट आदि इलाको में यमुना ने कहर बरपाया है.

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