UP Weather Update: उत्तर प्रदेश के मौसम में मानसून की सक्रियता के कारण राहत का सिलसिला जारी है. बीते 24 घंटे में राज्य में अलग-अलग स्थान पर बारिश से मौसम खुशनुमा हो गया. इस वजह से रात के तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई.
लखनऊ में अधिकतम और न्यूनतम तापमान में ज्यादा अंतर नहीं
राजधानी लखनऊ सहित आसपास के क्षेत्र में रविवार सुबह से आसमान में बादल छाए हुए हैं. मौसम विभाग ने रविवार को भी प्रदेश में भारी बारिश की संभावना जताई है. राजधानी लखनऊ और आसपास के क्षेत्र में रविवार को अधिकतम तापमान 29 डिग्री और न्यूनतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस रहने की उम्मीद है.
कुछ स्थानों पर भारी बारिश के आसार
आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र, लखनऊ के मुताबिक रविवार को पश्चिमी उत्तर प्रदेश और पूर्वांचल में गरज के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है. इस दौरान प्रदेश में एक या दो स्थानों पर भारी बारिश के आसार हैं. इसके बाद 11 सितंबर को पश्चिमी यूपी में कुछ स्थानों और पूर्वी उत्तर प्रदेश में कई जगह पर बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ सकती हैं. वहीं एक या दो स्थानों पर मेघ गर्जन के साथ आकाशीय चमक होने की संभावना है.
15 सितंबर तक बारिश का मौसम
मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक 12 सितंबर को प्रदेश में कुछ स्थानों पर बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ सकती हैं. इस दौरान पूर्वांचल में एक या दो स्थानों पर मेघ गर्जन के साथ आकाशीय बिजली गिरने की चेतावनी जारी की गई है. इसके बाद 13, 14 और 15 सितंबर को प्रदेश में कुछ स्थानों पर बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ने के आसार हैं. इस तरह प्रदेश में फिलहाल 15 सितंबर तक बारिश का मौसम बना हुआ है.
अधिकतम तापमान में गिरावट के बाद होगा इजाफा
मौसम विभाग के मुताबिक अगले 24 घंटे में अधिकतम तापमान में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस की क्रमिक गिरावट दर्ज की जा सकती है. इसके बाद अगले दो दिन तक 3 से 4 डिग्री सेल्सियस का इजाफा होने की संभावना है. वहीं न्यूनतम तापमान में अगले चार दिनों के दौरान कोई बड़ा बदलाव होने के आसार नहीं है.
मानसून ट्रफ रेखा की स्थिति
वर्तमान में औसत समुद्र तल पर मानसून ट्रफ रेखा अब जैसलमेर, अजमेर, गुना, मंडल, पेंड्रा रोड, झारसुगुड़ा, दीघा से होकर पूर्व दक्षिण पूर्व की ओर बंगाल की खाड़ी के उत्तर पूर्व की ओर गुजर रही है और समुद्र तल से 3.1 किलोमीटर ऊपर तक फैली हुई है. इसके साथ ही मध्य प्रदेश और पड़ोस के ऊपर चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र अब उत्तरी मध्य प्रदेश के मध्य भागों पर बना हुआ है और समुद्र तल से 7.6 किलोमीटर ऊपर तक फैला हुआ है, जो ऊंचाई के साथ दक्षिण की ओर झुक रहा है. इन परिस्थितियों का उत्तर प्रदेश के मौसम में भी असर देखने को मिल सकता है.