UP Weather Update: यूपी के मौसम में भीषण गर्मी का कहर देखने को मिल रहा है. प्रदेश में पश्चिमी विक्षोभ का असर खत्म होने के बाद आंधी-बरसात का दौर खत्म हो गया है. इस वजह से दिन के साथ रात के तापमान में भी इजाफा दर्ज किया गया है. वहीं, गुरुवार से तीन दिन सूरज के आग उगलने की संभावना है. इसे लेकर मौसम विभाग ने हीटवेव का अलर्ट जारी किया है.
मौसम के तीखे तेवर के कारण इस सप्ताह में गर्मी का प्रचंड रूप देखने को मिलेगा. अधिकतम पारा 45 डिग्री से पार भी जा सकता है. लू के थपेड़ों की वजह से बाहर निकलने वालों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा.
आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक गुरुवार से शनिवार तक मौसम को लेकर लोगों को सजग रहने की जरूरत है. दिन के समय जरूरी होने पर ही बाहर निकलें. लू से बचने का उपाय करें. सिर और कान पूरी तरह ढककर निकलें, शरीर में पानी की कमी नहीं होने दें. पश्चिमी विक्षोभ के निष्क्रिय होने के कारण मौसम शुष्क हो गया है और तापमान में इजाफा दर्ज किया गया है. रविवार से बादल और बारिश की वजह से राहत मिल सकती है.
आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह के मुताबिक, फिलहाल हीटवेव की स्थिति बनी हुई है. पारा 45 डिग्री सेल्सियस के पार जा सकता है. जिन इलाकों में लू नहीं चलेगी, वहां भी तपिश लोगों की मुश्किलें बढ़ाती नजर आएगी. पश्चिमी विक्षोभ की 11 जून से सक्रियता होने पर थोड़ी राहत मिल सकती है.
राजधानी लखनऊ और आसपास के क्षेत्रों में गुरुवार को अधिकतम तापमान 41 डिग्री और न्यूनतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है. प्रदेश में बीते चौबीस घंटे में प्रयागराज में 44.0 डिग्री और न्यूनतम तापमान नजीबाबाद में 27.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.
डॉ. एसपी जसवार, हेड, क्वीन मैरी के मुताबिक हीट स्ट्रोक से बचने के लिए घर का बना ताजा खाना ही खाएं. साथ ही मौसमी सब्जियों व फलों का सेवन अधिकाधिक करें. घर से बाहर निकलते समय अच्छी क्वालिटी का सनस्क्रीन लोशन लगाएं फिर 15 मिनट बाद ही घर से बाहर निकलें. गहरे रंग और टाइट कपड़े नहीं पहनें. इससे गर्मी अधिक लगती है और पसीना भी बहुत आता है. ढीले-ढाले, सूती हल्का आसमानी, सफेद, ऑफ वाइट, हल्का पिंक आदि रंग के कपड़े पहनें.
वातावरण में हीट वेव आमतौर पर रुकी हुई हवा विकसित होती है. उच्च दबाव प्रणाली हवा को नीचे की ओर ले जाती है. यह जमीन के पास हवा को बढ़ने से रोकती है. नीचे बहती हुई हवा एक टोपी की तरह काम करती है और गर्म हवा को एक जगह पर जमा कर लेती है. गर्म हवा को और गर्म होने से रोकने के लिए कोई उपाय नहीं होता है.
पश्चिमी विक्षोभ जम्मू कश्मीर और उससे जुड़ने वाले क्षेत्रों पर बना हुआ है. एक प्रेरित चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र मध्य पाकिस्तान और पंजाब पर बना हुआ है. एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र दक्षिण छत्तीसगढ़ पर बना हुआ है.
एक ट्रफ पूर्वी बिहार से पूर्वोत्तर मध्य प्रदेश, विदर्भ और तेलंगाना होते हुए उत्तर आंतरिक कर्नाटक तक जा रही है. एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र म्यांमार तट के पास बंगाल की पूर्वी मध्य खाड़ी के ऊपर बना हुआ है. मौसम की इस स्थिति का अलग-अलग क्षेत्रों के तापमान में असर पड़ेगा.