UP Weather Update: उत्तर प्रदेश में मानसून की सक्रियता के कारण मौसम में असर देखने को मिल रहा है. बारिश के कारण नदियां उफान पर हैं. हालांकि प्रदेश के 75 जनपदों में से आधे से ज्यादा जिले अभी भी भारी बारिश का इंतजार कर रहे हैं. वहीं कम बारिश वाले इलाकों में उमस की स्थिति बरकरार है.
इस बीच मौसम विभाग ने रविवार को प्रदेश के पश्चिमी क्षेत्र में कुछ स्थानों पर और पूर्वांचल में अधिकाांश जगहों पर बारिश की संभावना जताई है. आकाशीय बिजली गिरने का भी अलर्ट जारी किया गया है. राजधानी लखनऊ सहित आसपास के क्षेत्रों में रविवार सुबह आसमान में आंशिक तौर पर बादल छाए हुए हैं. हल्की बारिश की संभावना है. हालांकि उमस के कारण लोगों की परेशानी बढ़ सकती है.
राजधानी लखनऊ में शनिवार को कुछ स्थानों पर हल्की बारिश हुई. जबकि पूर्वांचल में उमस का कहर देखने को मिला. काशी में सावन की गर्मी के बीच काशी विश्वनाथ के दर्शन पूजन को श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी हुई है. इस दौरान लोग उमस भरी गर्मी से परेशान हैं. मौसम विभाग ने रविवार के बाद सोमवार को कई जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है.
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मौसम विभाग के मुताबिक आज पूर्वी और पश्चिमी यूपी में कुछ स्थानों पर गरज चमक के साथ बारिश हो सकती है. इस दौरान पूर्वी यूपी में एक दो स्थान पर बिजली गिरने और भारी बारिश होने की भी संभावना है. इसके साथ ही बांदा, चित्रकूट, मिर्ज़ापुर, प्रयागराज, फतेहपुर, रायबरेली, सोनभद्र, कौशाम्बी के आस-पास के क्षेत्र में भारी बारिश होने की संभावना है.
इसके साथ ही रविवार को बांदा, चित्रकूट, कौशाम्बी, प्रयागराज, फतेहपुर, प्रतापगढ़, सोनभद्र, मिर्जापुर में गरज चमक के साथ बिजली गिरने की संभावना है। चंदौली, वाराणसी, भदोही, जौनपुर, गाजीपुर, आजमगढ़, मऊ, बलिया, देवरिया, गोरखपुर, संतकबीर नगर में भी बिजली गिर सकती है.
इसके अलावा बस्ती, कुशीनगर, महाराजगंज, सिद्धार्थनगर, गोंडा, कानपुर नगर, कानपुर देहात, उन्नाव, रायबरेली, सुलतानपुर, अयोध्या, अम्बेडकरनगर, जालौन, हमीरपुर, महोबा, झांसी, अमेठी, ललितपुर के आसपास के क्षेत्र में गरज चमक के साथ बिजली गिरने के आसार हैं.
मौसम विभाग के अनुसार 31 जुलाई को पश्चिमी यूपी में कुछ स्थान पर और पूर्वी यूपी में अनेक स्थान पर गरज चमक के साथ बारिश हो सकती है. वहीं अगस्त माह की पहली तारीख को पश्चिमी यूपी में अनेक स्थान पर और पूर्वी यूपी में लगभग सभी स्थानों पर गरज चमक के साथ बारिश हो सकती है.
आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र, लखनऊ के मुताबिक उत्तर प्रदेश में अगले पांच दिनों में उत्तर प्रदेश के तापमान में बड़ा बदलाव आने की संभावना नहीं है. इसके बाद बाद इसमें उतार चढ़ाव देखने को मिल सकता है.
प्रदेश में बीते चौबीस घंटे में कानपुर में सबसे ज्यादा तपिश देखने को मिली. यहां अधिकतम तापमान 37.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, हालांकि मौसम में बदलाव से अधिकतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई है. इससे पहले भी कानपुर में ही प्रदेश में अधिकतम तापमान दर्ज किया गया था. लेकिन तब ये 39.2 डिग्री सेल्सियस था.
इस तरह चौबीस घंटे के अंदर अधिकतम तापमान में दो डिग्री सेल्सियस से ज्यादा की गिरावट देखने को मिली है. जबकि प्रदेश में अलीगढ़ में न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया, यहां 24.6 डिग्री सेल्सियस तापमान रिकॉर्ड किया गया. न्यूनतम तापमान में बहुत ज्यादा परिवर्तन देखने को नहीं मिला है. प्रदेश में फिलहाल 4 अगस्त तक सभी स्थानों पर बारिश और गरज चमक के साथ छीटें पड़ने की संभावना है.
आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र, लखनऊ के मुताबिक मौसम प्रणाली पर नजर डालें तो वर्तमान में औसत समुद्र तल पर मानसून ट्रफ गंगानगर, हिसार, मेरठ, लखनऊ, वाराणसी, गया, बालासोर और फिर पूर्व-दक्षिण-पूर्व की ओर से उत्तर-पूर्व बंगाल की खाड़ी तक गुजर रहा है.
चक्रवाती परिसंचरण अब गंगीय पश्चिम बंगाल और उत्तरी ओडिशा पर बना हुआ है. हरियाणा और आसपास के इलाकों पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है. एक और चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र उत्तरी पाकिस्तान पर है. इन परिस्थितियों के कारण उत्तर प्रदेश में बरसात की स्थिति बनी र्हु है. इसके अलावा आकाशीय बिजली गिरने की भी संभावना है.
आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र, लखनऊ के आंकड़ों के मुताबिक, मानसून की शुरुआत के बाद जून के पहले सप्ताह से 28 जुलाई तक उत्तर प्रदेश के 75 जनपदों में से 40 में औसत से कम बारिश हुई है. इन जिलों में से ज्यादातर पूर्वी उत्तर प्रदेश के हैं. मौसम विभाग के मुताबिक, मानसून के इस मौसम में उत्तर प्रदेश के 18 जनपदों में सामान्य बारिश दर्ज की गई है, जबकि 17 जिलों में इस अवधि में औसत से अधिक बरसात हुई है. मौसम की इन परिस्थितयों के मद्देनजर सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि प्रदेश सरकार कम और अधिक बारिश दोनों की स्थिति में किसानों के साथ खड़ी है.