लखनऊ. उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के काकोरी में डॉ. आंबेडकर की प्रतिमा लगाने को लेकर दो पक्षों के बीच जमकर बवाल हुआ है. इस दौरान पथराव में कई पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल भी हो गये है. बवाल में 10 से ज्यादा ग्रामीण और पुलिस कर्मियों को चोट आई है. इसके साथ ही पथराव में पुलिस की चार गाड़ियां क्षतिग्रस्त हो गयी है. घटना के बाद कई लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया है. उपद्रवियों को खदेड़ने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज भ करना पड़ा. पुलिस ने कई लोगों को गिरफ्तार भी किया है. गिरफ़्तार अभियुक्तों के नाम अरुण गौतम, अरुण कुमार, करण, मनोज, सूरज, जितेंद्र, राहुल, अशोक, शिवम, सूरज गौतम, प्रदीप गौतम और शनि कुमार है.
जानकारी के अनुसार, यूपी की राजधानी लखनऊ के काकोरी थाना क्षेत्र स्थित बेहटा गांव में भीम राव अंबेडकर की प्रतिमा लगाने को लेकर शुक्रवार की सुबह दो पक्षों के बीच हंगामा हो गया. सुबह हुआ मामूली विवाद रात दस बजे तक हिंसक हो गया. इसी बीच कई थानों की फोर्स भी मौके पर पहुंच गई और लाठीचार्ज कर उपद्रवियों को खदेड़ दिया. इसके बाद पुलिस के मूर्ति हटाने पर ग्रामीण भड़क गए. फिर मूर्ति रखने वाले पक्ष ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया. ऐहतियात के तौर पर पारा, दुबग्गा, काकोरी और मानकनगर थाने की फोर्स तैनात कर दी गई है.
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पुलिस बल ने प्रतिमा को हटाकर थाने भिजवा दिया. इसके साथ ही गांव में तनाव को देखते हुए पुलिस बल तैनात कर दिया गया है. पुलिस ने उपद्रवियों को पकड़ने के लिए कई जगह दबिश दी. बताया जा रहा है कि काकोरी के बेहटा गांव में 14 बीघा जमीन पर आंबेडकर की प्रतिमा रखे जाने को लेकर विवाद हुआ था. बेहटा गांव के अनिल कश्यप ने शुक्रवार की सुबह काकोरी थाने पर सूचना दी थी कि गुरुवार रात को कुछ लोग 14 बीघा जमीन पर बाबा भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा रख गए हैं. वहीं दूसरे पक्ष के कुलदीप, करन रैदास, बलकरन का आरोप था कि यह जमीन सरकारी है. इस पर दूसरा पक्ष गलत तरीके से अपना कब्जा बताता है.