उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 की तैयारी में सभी पार्टियां जुट गयीं हैं और अभी से जो समीकरण नजर आ रहा है उसके अनुसार इस बार समाजवादी पार्टी और बसपा साथ मिलकर चुनाव लड़ने के मूड में बिलकुल भी नहीं हैं. बसपा सुप्रीमो मायावती ने पहले ही ऐलान कर दिया है कि वे अकेले चुनाव लड़ेंगी. ऐसे में सपा की रणनीति गठबंधन को लेकर क्या होगी इसपर सपा अध्यक्ष और प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि उनकी पार्टी छोटे दलों के साथ गठबंधन करेगी.
अखिलेश यादव ने आज अपने जन्मदिन के अवसर पर मीडिया से बात करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश के लोग बदलाव चाहते हैं और वे बदलाव के लिए वोट करेंगे. अखिलेश ने कहा कि भाजपा की सरकार को गरीबों और बेरोजगारों की चिंता नहीं है. वह मुद्दों पर बहस नहीं करना चाहती है. पार्टी ने अपने घोषणापत्र को कूड़ेदान में डाल दिया है और जनता के साथ छल किया है. उन्होंने आरोप लगाया कि योगी आदित्यनाथ की सरकार ने अधिकारियों को मनमानी करने की छूट दे रखी है.
उन्होंने यह भी कहा कि 2022 में यूपी में चुनाव नहीं होगा, बल्कि लोकतांत्रिक क्रांति होगी. उन्होंने यह भी विश्वास जताया है कि उनकी पार्टी विधानसभा की कुल 403 सीटों में से 350 सीटें जीतेगी, क्योंकि आम जनता भाजपा सरकार के खिलाफ है.
कोविड 19 टीकाकरण पर तीखा हमला कर चुके अखिलेश यादव ने आज कहा कि सबको टीका लगवाना चाहिए.उन्होंने अपने टीकाकरण पर कहा कि जब उत्तर प्रदेश में सबका टीकाकरण हो जायेगा तो वे भी लगवा लेंगे. गौरतलब है कि पिछले दिनों एक तसवीर सामने आयी थी जिसमें मुलायम सिंह यादव टीका लगवाते नजर आ रहे थे उसके बाद से अखिलेश यादव ने टीकाकरण पर सकारात्मक बयान दिया है.
Posted By : Rajneesh Anand