एनसीपी नेता अजित पवार के एनडीए में शामिल होने और महाराष्ट्र की एकनाथ शिंदे सरकार में डिप्टी सीएम बनने पर कांग्रेस का बयान सामने आया है. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने एकनाथ शिंदे के ट्रिपल इंजन वाले बयान पर तंज कसा और कहा, महाराष्ट्र में ऑटो रिक्शा वाली सरकार बन गयी है.
भूपेश बघेल ने एकनाथ शिंदे को लेकर कर दी बड़ी भविष्यवाणी
छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने एकनाथ शिंदे को लेकर भी बड़ी भविष्यवाणी कर दी है. अजित पवार के एनडीए में शामिल होने पर प्रतिक्रिया देते हुए बघेल ने कहा, महाराष्ट्र में पहले शिवसेना को तोड़ा गया और अब NCP को. पहले डबल इंजन की सरकार थी अब ट्रिपल इंजन हो गई. यह सरकार नहीं ऑटो रिक्शा हो गई है, तीन चक्के वाली. मैंने देखा की शपथ ग्रहण में फडणवीस और पवार दोनों एक तरफ बैठे मुस्कुरा रहे हैं और दूसरी तरफ शिंदे बैठे हैं जिनका चेहरा उतरा हुआ है. आज की घटना आने वाले समय में होने वाले घटनाक्रम का संकेत दे रही है. शरद पवार ने अपने पत्ते अभी नहीं खोले हैं.
अजित पवार की बगावत का कांग्रेस पर कोई प्रभाव नहीं: कांग्रेस
अजित पवार की बगावत पर महाराष्ट्र कांग्रेस नेता अशोक चव्हाण ने कहा, इसका असर कांग्रेस पर नहीं पड़ेगा. इसमें कोई सवाल ही नहीं है. हम अभी भी विपक्ष में हैं. उद्धव ठाकरे गुट और एनसीपी के साथ हमारा गठबंधन था. उद्धव गुट से अब भी गठबंधन जारी है. जहां तक शरद पवार की पार्टी एनसीपी की बात है, तो फैसला शरद पवार को लेना है. उनकी पार्टी में कितने लोग बचे हैं. चव्हाण ने कहा, शरद पवार साहब ने कहा कि यह उनकी पार्टी के अंदर उठी बवंडर है.
#WATCH महाराष्ट्र में पहले शिवसेना को तोड़ा गया और अब NCP को। पहले डबल इंजन की सरकार थी अब ट्रिपल इंजन हो गई। यह सरकार नहीं ऑटो रिक्शा हो गई है, तीन चक्के वाली। मैंने देखा की शपथ ग्रहण में फडणवीस और पवार दोनों एक तरफ बैठे मुस्कुरा रहे हैं और दूसरी तरफ शिंदे बैठे हैं जिनका चेहरा… pic.twitter.com/Vv0BKlmmSi
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 2, 2023
समर्थक विधायकों के साथ अजित पवार शिंदे सरकार में शामिल, बने डिप्टी सीएम
महाराष्ट्र की सियासत में उस समय भूचाल आया, जब अजित पवार ने अपने 17 विधायकों के साथ एकनाथ शिंदे सरकार में शामिल हो गये. अजित पवार ने डिप्टी सीएम पद की शपथ ली, तो 8 अन्य एनसीपी विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली. शिंदे सरकार में शामिल होने के बाद अजित पवार ने दावा किया है कि उनके समर्थन में एनसीपी के 40 विधायक और 6 एमएलसी हैं. उन्होंने अपने चाचा शरद पवार से बगावत करते हुए पार्टी और चुनाव चिह्न पर भी अपना दावा ठोक दिया है.