Maharashtra News: महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना द्वारा मुगल शासक औरंगजेब के मकबरे को ढहाने की मांग के बाद सरकार ने मकबरे की सुरक्षा बढ़ा दी है. सरकार ने मकबरे के बाहर सुरक्षा कर्मियों की संख्या बढ़ा दी है. ताकी वहां किसी तरह की अप्रिय घटना न घटे. वहीं, प्रशासन ने पर्यटकों के लिए प्रवेश की भी मनाही कर दी है. गौरतलब है कि बीते दिनों मनसे की ओर से मांग की गई थी कि औरंगजेब के मकबरे को ढहा दिया जाए.
MNS कर रहा मकबरा ढहाने की मांग
मनसे प्रवक्ता गजानन काले ने मामले को लेकर कहा है कि शिवसेना सुप्रीमो बाल ठाकरे ने भी सामना में कहा था कि यह मकबरा गिरा दिया जाना चाहिए. काले ने कहा कि, ऐसे में अभी तक यह मकबरा क्यों हैं. इसे गिराया क्यों नहीं गया. उन्होंने महाराष्ट्र सरकार से भी पूछा है कि सरकार मकबरे की सुरक्षा क्यों कर रही है. उन्होंने इसे जले पर नमक छिड़कने जैसा कहा है.
औरंगजेब ने शिवाजी के पुत्र का किया था कत्ल
महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के प्रवक्ता गजानन काले ने कहा है कि, औरंगजेब ने शिवाजी के पुत्र संभाजी राजे का बेरहमी से कत्ल करवा दिया था. महाराष्ट्र पर कई बार हमला कर निर्दोष लोगों की जान ली थी. ऐसे में महाराष्ट्र सरकार द्वारा उसके मकबरे को सुरक्षा प्रदान किया जाना जले पर नमक छिड़कने जैसा है.
ओवैसी गये थे औरंगजेब का मकबरा
गौरतलब है कि कांग्रेस की महाराष्ट्र इकाई के नेता सचिन सावंत ने मंगलवार को दावा किया है कि जब देवेंद्र फडणवीस मुख्यमंत्री थे तब 2019 में एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी औरंगाबाद के खुल्दाबाद में मुगल शासक औरंगजेब के मकबरे पर गये थे. उन्होंने कहा कि ओवैसी के भाई अकबरुद्दीन ने 12 मई को औरंगजेब के मकबरे पर फातिहा पढ़ी थी. जिसके बाद फडणवीस ने रविवार को एक रैली में तेलंगाना के इन विधायक के विरूद्ध कार्रवाई नहीं करने को लेकर उद्धव ठाकरे सरकार को निशाना बनाया था.
भाषा इनपुट के साथ
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