MP Assembly Election 2023: मध्य प्रदेश में 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर, अरविंद केजरीवाल की पार्टी आम आदमी पार्टी (AAP) ने बड़ा निर्णय लिया है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, पार्टी के नेताओं की मानें तो मध्य प्रदेश में AAP सभी 230 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारेगी. बताया जा रहा है कि आम आदमी पार्टी की ओर से प्रदेश में सत्तारूढ़ बीजेपी और विपक्षी पार्टी कांग्रेस को कड़ी चुनौती देने के इरादे से यह निर्णय लिया गया है.
कार्यकर्ताओं की बैठक लेने से पहले आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री और राज्यसभा सांसद संदीप पाठक ने एक प्रमुख समाचार पत्र से बातचीत में कहा कि पार्टी मध्य प्रदेश की सभी 230 सीटों पर विधानसभा चुनाव लड़ेगी. बता दें कि छत्तीसगढ़ के बटाहा गांव में पैदा हुए संदीप पाठक आईआईटी के पूर्व सहायक प्रोफेसर हैं. उन्होंने ऑक्सफोर्ड और कैंब्रिज से शिक्षा प्राप्त की है. संदीप ने AAP को राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा दिलाने में अहम भूमिका निभाई है. गुजरात विधानसभा में संदीप प्रभारी नियुक्त किए गए थे. उनके नेतृत्व में पार्टी ने पहले ही चुनाव में 13 फीसदी वोट हासिल किए.
बताते चलें कि हाल ही में आम आदमी पार्टी ने अपनी कार्यकारिणी को भंग करने का निर्णय लिया था. इसी के साथ पार्टी कार्यकर्ताओं के संवाद और नई कार्यकारिणी की गठन से अब कयास लगाए जा रहे हैं कि आम आदमी पार्टी इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव में अपने उम्मीदवार को उतारने की तैयारी में है. गौरतलब है कि पिछले साल हुए नगरपालिका चुनाव में पार्टी ने काफी अच्छा प्रदर्शन किया था. यहां पार्टी का एक महापौर है. पिछले साल आम आदमी पार्टी ने सिंगरौली नगर पालिका सीट पर जीत हासिल की थी. सिंगरौली सीट पर आप ने करीब 9000 वोटों से जीत हासिल की थी. इस सीट पर पहले बीजेपी का कब्जा था. अब यहां AAP की रानी अग्रवाल महापौर है.
बता दें मध्य प्रदेश की राजनीति अब तक बीजेपी और कांग्रेस तक सीमित रही है. लेकिन, 2022 के निकाय चुनावों से आम आदमी पार्टी और एआईएमआईएम ने भी प्रदेश में दखल दे दी है. 2013 में दिल्ली में पहला चुनाव लड़ने वाली आम आदमी पार्टी एक दशक से भी कम समय में राष्ट्रीय स्तर पर अपनी जगह बना चुकी है. पंजाब चुनावों में पार्टी अपने प्रदर्शन से पहले ही सबको चौंका चुकी है. ऐसे में मध्य प्रदेश में बीजेपी और कांग्रेस के लिए भी आम आदमी पार्टी के बढ़ते कदम मुसीबत का सबब 2023 के विधानसभा चुनावों में बन सकते हैं.