Bihar Crime News: मुजफ्फरपुर के चर्चित प्रॉपर्टी डीलर आशुतोष शाही हत्याकांड की मॉनिटरिंग लगातार पुलिस मुख्यालय कर रहा है. चर्चा यह है कि पुलिस मुख्यालय की अनुशंसा और सरकार से अनुमति के बाद जमीन कारोबारी आशुतोष शाही हत्याकांड की जांच सीआइडी को सौंपी जा सकती है. मालूम हो कि बुधवार को एडीजी ऑपरेशन सुशील मानसिंह खोपड़े ने आशुतोष शाही हत्याकांड की समीक्षा की थी. इसके बाद जांच को कई स्तर पर दुरुस्त करने व केस की जांच में गंभीरता से करने का निर्देश दिया था.
इधर, पुलिस की तफ्तीश में अब तक कई तथ्य सामने आये हैं. जिस पिस्टल से जमीन कारोबारी की हत्या की गयी थी. वह गोबरसही इलाके में छिपाया गया था. फिर वहां से शूटर बस से पटना गये. पटना के जानीपुर इलाके में रुकने से संबंधित साक्ष्य भी पुलिस को मिले हैं. फिर वहां से सभी अपने-अपने रास्ते निकल गये. इधर, चर्चा यह भी है कि दूसरे राज्य जाने के लिए सभी फ्लाइट से निकले थे. वहीं, मंटू शर्मा की गिरफ्तारी को लेकर भी एसटीएफ उत्तराखंड में कैंप कर रही है.
केस में नामजद आरोपित मनियारी के गोविंद कुमार भी अपना ठिकाना लगातार बदल रहा है. पुलिस को दिल्ली तक का लोकेशन मिला है. इसके आगे उसका कोई सुराग नहीं मिल सका है. वहीं, मृत निजी गार्ड निजामुद्दीन का रिवाल्वर और मोबाइल भी शहर में ही छिपाया गया है. हालांकि, शूटरों की गिरफ्तारी के बाद ही हथियार कहां छिपाया गया है, इसकी जानकारी हो सकती है. एक संदिग्ध से भी पुलिस पूछताछ में जुटी है. करीब 24 घंटे से अधिक की पूछताछ के बाद कुछ विशेष हासिल नहीं हो पाया है. इधर, हत्याकांड में पुलिस की अलग-अलग टीम जांच में जुटी है. जिला पुलिस की एक टीम नामजद लोगों की गिरफ्तारी को लेकर काफी सक्रिय है. एसटीएफ और एसआईटी मुजफ्फरपुर सहित दूसरे राज्यों में मास्टरमाइंड और नामजद की गिरफ्तारी को लेकर छापेमारी कर रही है.
आशुतोष शाही के सिंडिकेट के अलावा अन्य जमीन कारोबारियों से भी पुलिस की टीम जानकारी ले रही है. नगर डीएसपी राघव दयाल ने बताया कि शूटरों की तलाश में पुलिस की अलग-अलग टीम लगी है. हत्या के बाद शूटर पटना में छिपे थे. पुलिस कई बिंदुओं पर जांच कर रही है. इलाजरत अधिवक्ता सैयद कासिम हुसैन उर्फ डॉलर को से भी पुलिस ने पूछताछ की है.
आशुतोष शाही हत्याकांड में मंटू शर्मा व गोविंद की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस अब छानबीन तेज कर रही है. दोनों की गिरफ्तारी पुलिस के लिए चुनौती बनी हुई है. पटना एसटीएफ के अलावे एसआइटी की छह अलग-अलग टीमें लगातार छापेमारी कर रही है. दोनों के करीबियों पर भी नजर रखी गयी है. टेक्निकल सेल दोनों के मोबाइल को ट्रेस कर रही है. वहीं शूटरों की ठोस जानकारी अभी तक पुलिस को नहीं मिली है. इस हत्याकांड में जेल भेजे गये विजेंद्र उर्फ विक्कू शुक्ला और शेरू अहमद से भी जानकारी निकालने की कोशिश की जा रही है. मंटू शर्मा या गोविंद की गिरफ्तारी से पुलिस को काफी उम्मीद है.
अधिवक्ता सैयद कासिम हुसैन उर्फ डॉलर के कमरे से जब्त किए गए बेडसीट पर लगे खून, खोखा, पिलेट, जिंदा कारतूस और मौके पर से लिए गए ब्लड के सैंपल व अन्य सबूतों को कोर्ट से अनुमति लेकर एफएसएल जांच के लिए भेजा जायेगा.
उधर, मोतिहारी के पहाड़पुर में बड़ी आपराधिक वारदात को अंजाम देने पहुंचे मुजफ्फरपुर के छह अपराधी को मोतिहारी पुलिस ने दबोच लिया. अपराधियों की गिरफ्तारी सटहां-नरकटिया के बीच कब्रगाह के पास से की गयी है. अपराध होने से पहले ही उसे टाल दिया. इनके पास से एक लग्जरी कार, एक पिस्टल, तीन गोली व छह मोबाइल बरामद भी की है. मोतिहारी एसपी कान्तेश कुमार मिश्र ने बताया कि गिरफ्तार अपराधियों में मुजफ्फरपुर के देवरिया धरफरी का दीपक कुमार व राजन कुमार, माधोपुर बुजुर्ग का अमरेश कुमार राय व मुन्ना राम, सरैया बसैठा का लालबाबू पटेल व बिन्नू पटेल शामिल हैं.
मोतिहारी एसपी ने बताया कि गुरुवार को सूचना मिली कि पहाड़पुर के नरकटिया-सटहा के बीच कब्रगाह के पास संदिग्ध अवस्था में एक कार खड़ी है. उसमें कुछ संदिग्ध बैठे हैं. अरेराज डीएसपी रंजन कुमार के नेतृत्व में स्पेशल टीम का गठन किया गया है. पुलिस ने वहां घेराबंदी की, तो कार सवार बदमाशों ने भागने की कोशिश की. पुलिस ने खदेड़ कर उन्हें पकड़ लिया. तलाशी के दौरान युवकों के पास से हथियार, कारतूस व मोबाइल बरामद किया गया. पूछताछ में अपराधियों ने अरेराज-बेतिया मार्ग पर लूट की घटना को अंजाम देने की योजना का खुलासा किया. गिरफ्तार अपराधियों में दरभंगा, मधुबनी व मुजफ्फरपुर के विभिन्न थानों में लूट व चोरी का मामला दर्ज है. आर्म्स एक्ट की प्राथमिकी दर्ज कर सभी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है.