मुजफ्फरपुर: साइबर फ्रॉड और ठगी के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. साइबर फ्रॉड और ठगी करने वाले रोज अलग-अलग तरीका अपना रहे हैं. एसकेएमसीएच के प्रोफेसर डॉ सुजीत कुमार भी साइबर फ्राॅड के शिकार हो गये हैं. कटिहार मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस में नामांकन का झांसा देकर साढ़े चार लाख रुपये की ठगी हो गयी है. डॉ. सुजीत कुमार ने सदर थाने में दो बैंक के खाताधारकों को आरोपित किया है. पुलिस मामले की वैज्ञानिक तरीके से जांच में जुटी है.
थाना में दिये आवेदन में डॉ सुजीत ने बताया है कि बीते दिन उनके मोबाइल पर एक कॉल आया. कॉलर ने खुद को कटिहार मेडिकल कॉलेज का प्राचार्य बताया. साथ ही कहा कि डॉ सुजीत, नारायण मेडिकल कॉलेज में रहते हुए वर्ष 2017 में एसोसिएट प्रोफेसर के लिए इंटरव्यू दिया था. उसके आधार पर आपको करीब तीन लाख 80 हजार रुपये प्रतिमाह ऑफर किया जा रहा है. इस पर उन्होंने एसकेएमसीएच में होने की बात कह कर उसके ऑफर को ठुकरा दिया. इसके बाद उनसे कहा गया कि अगर कोई संबंधी या अन्य हो, जो कटिहार मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस करना चाह रहा हो, तो उसका नामांकन हो सकता है. उसे साढ़े चार लाख रुपये देकर रजिस्ट्रेशन करना होगा. ताकि पटना में बीसीइसीइ के समक्ष उसका इंटरव्यू आदि प्रक्रिया हो सके. जब वे बीसीइसीइ पटना इंटरव्यू के लिए पहुंचे तो उन्हें बताया गया कि वे ठगी के शिकार हो गये हैं.
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मुजफ्फरपुर के ही एक अन्य मामले में सदर थाना के मझौली धर्मदास निवासी महताब आलम साइबर ठगी के शिकार हो गये हैं. एक यू-ट्यूब चैनल सब्सक्राइब कर रुपये कमाने के चक्कर में ठगी के शिकार हो गये. कई बार में साइबर ठगी के आरोपितों को करीब 1.30 लाख से अधिक की राशि भेज दी. जब और रुपये की डिमांड होने लगी, तो ठगी का अहसास हुआ. उन्होंने सदर थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी है. इसमें एक बैंक खाताधारक को आरोपित किया है.