परीक्षा में खराब रिजल्ट होने या पास नहीं कर पाने की डर के कारण हर साल कई छात्र-छात्राएं खुदकुशी कर लेते हैं. हाल के दिनों में जिस तरह रिजल्ट को लेकर विद्यार्थियों में दबाव बढ़ा है उससे उनकी खुदकुशी करने के मामलों में भी इजाफा हुआ है. ताजा मामला आंध्र प्रदेश का है, जहां एक 9 छात्रों ने आत्महत्या कर ली है. आंध्र प्रदेश में 11वीं और 12वीं का रिजल्ट जारी हुआ इसके महज 48 घंटों के अंदर 9 छात्रों ने खुदकुशी कर ली है. वही, एनडी टीवी की एक रिपोर्ट के मुताबिक, दो छात्रों के बारे में पुलिस का कहना है कि उन्होंने भी कथित तौर पर खुदकुशी की कोशिश की.
खराब रिजल्ट के डर से दे रहे जान!: गौरतलब है कि आंध्र प्रदेश बोर्ड में इंटरमीडिएट परीक्षा की 11वीं और 12वीं के नतीजे बीते बुधवार को जारी हुए थे. रिजल्ट जारी होने के महज 48 घंटों के अंदर प्रदेश के 9 छात्रों ने खुदकुशी कर ली. कई लोगों का कहना है कि परीक्षा में असफलता के कारण विद्यार्थियों ने जान दे दी है. बता दें, आंध प्रदेश की बोर्ड परीक्षाओं में इस साल करीब 10 लाख विद्यार्थी शामिल हुए थे. रिजल्ट में कक्षा 11वीं में 61 परीक्षार्थी पास हुए तो वहीं 12वीं में 72 फीसदी छात्र सफल रहे.
छात्राओं ने भी की खुदकुशी: एनडी टीवी की एक रिपोर्ट के मुताबिक, प्रदेश के श्रीकाकुलम जिले में एक 17 साल के छात्र ने ट्रेन के सामने कूदकर खुदकुशी कर ली. बताया जा रहा है कि 11वीं में फेल होने के कारण वो काफी निराश हो गया था, इस कारण उसने आत्महत्या कर ली. वहीं, विशाखापट्टनम के मलकापुरम थाना क्षेत्र की रहने वाली एक छात्रा ने भी आत्महत्या कर ली. 11वीं की परीक्षा में वो फेल हो गई थी. विशाखापत्तनम जिले में ही 18 साल के एक छात्र ने फेल होने के बाद खुदकुशी कर ली.
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मुख्य न्यायाधीश भी जता चुके हैं चिंता: गौरतलब है कि विद्यार्थियों के बढ़ते खुदकुशी के मामलों पर सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ भी चिंता जता चुके हैं. फरवरी में छात्रों के खुदकुशी पर चिंता जताते हुए उन्होंने कहा था कि शोक संतप्त परिवार के प्रति उनकी गहरी संवेदना है. उन्होंने कहा कि आखिर हमारे संस्थान कहां गलत हो रहे हैं, कि छात्र अपनी जान लेने को मजबूर हो गये हैं.