नयी दिल्ली: अयोध्या भूमि विवाद में उच्चतम न्यायालय का फैसला आए आज दूसरा दिन है. सुप्रीम कोर्ट ने विवादित भूमि को रामलला विराजमान को सौंपने का फैसला किया वहीं मुस्लिम पक्ष को अयोध्या में ही कहीं वैकल्पिक तौर पर पांच एकड़ जमीन देने का फैसला दिया.असशुद्दीन ओवैसी को छोड़ बाकी तमाम नेताओं ने फैसले का स्वागत किया है. यहां तक कि सुन्नी वक्फ बोर्ड ने भी आगे और कोई अपील नहीं करने का फैसला किया है.
मौलाना असगर अली ने बताया भारत की जीत
इसी बीच मरकजी जमीअत अहले हदीस हिंद के अध्यक्ष मौलाना असगर अली सलाफी ने दिल्ली में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल से बातचीत की. बैठक से पहले मौलाना असगर अली ने कहा कि उच्चतम न्यायालय का फैसला हिंदुओं या मुसलमानों की जीत नहीं बल्कि ये भारत और भारतीयों की जीत है. उन्होंने कहा कि ये फैसला सबके हक में है और हमें इसका स्वागत करना चाहिए.
#WATCH Maulana Asghar Ali Salafi, President, Markazi Jamiat Ahle Hadees Hind at a meet at NSA Ajit Doval's residence in Delhi, earlier today: This is not a victory for Hindus or Muslims, it is a victory for India & Indians, this verdict is in favor of everyone. #AyodhyaVerdict pic.twitter.com/VZhA0Wah59
— ANI (@ANI) November 10, 2019
न्याय, शांति और समानता स्थापित होना चाहिए
वहीं जमात-ए-इस्लामी नामक संगठन के अध्यक्ष मोहम्मद सलीम इंजीनियर ने भी दिल्ली में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल से वार्ता की. उन्होंने कहा कि उच्चतम न्यायालय का फैसला किसी की जीत या किसी का नुकसान नही है. अब जरूरत है कि न्याय, शांति, समानता और स्वतंत्रता के मूल्यों को मजबूत किया जाए और देश को सबके साथ से आगे लेकर चला जाए और वही असली जीत होगी.
Mohd Salim Engineer, Jamaat-e-Islami Hind at a meet at NSA's residence in Delhi, yesterday: This verdict is not anyone's victory or loss. Strengthening values of justice, peace, equality,& freedom & taking the country forward with them will be a victory for India. #AyodhyaVerdict pic.twitter.com/pIXiyGOBAF
— ANI (@ANI) November 10, 2019