नयी दिल्ली : सोनिया गांधी और मनमोहन सिंह समेत कई कांग्रेसी नेता आज रात प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा अफ्रीकी नेताओं के सम्मान में दिए गए रात्रिभोज में शामिल नहीं हुए. इससे संभवत: जवाहर लाल नेहरु की विरासत के ‘‘अपमान ‘ पर अपनी नाराजगी का संदेश देने के लिए पार्टी ने ऐसा किया.
एक वरिष्ठ पार्टी नेता ने अपनी पहचान जाहिर करने से इंकार करते हुए रात्रिभोज में शामिल नहीं होने का कारण बताते हुए कहा, ‘‘ मोदी सरकार ने भारत अफ्रीका मैत्री के सूत्रधार (नेहरु) का अपमान किया है तो इससे क्या मकसद हासिल होगा.’ राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद, लोकसभा में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खडगे और उच्च सदन में पार्टी के उपनेता आनंद शर्मा समेत अन्य पार्टी नेताओं को रात्रिभोज के लिए आमंत्रित किया गया था.
कांग्रेस नेता ने कहा कि कांग्रेस की अगुवाई वाली संप्रग सरकार में 2006 में अफ्रीकी नेताओं के ऐसे सम्मेलन का विचार सबसे पहले पेश किया गया था लेकिन प्रधानमंत्री इसे अपना ‘‘मौलिक विचार’ बताकर पेश कर रहे हैं. उन्होंने कहा, ‘‘ प्रधानमंत्री को अपना बिगुल बजाने दो , हमने दर्शकों में शामिल नहीं होने का फैसला किया।’ यह पूछे जाने पर कि क्या कांग्रेस ने मोदी द्वारा दिए गए रात्रिभोज का बहिष्कार किया है , विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने इस बारे में कोई जानकारी होने से इंकार किया.