कानपुर/श्रीनगर : कश्मीर घाटी के कुपवाड़ा जिले में एलओसी के करीब गुरुवार की सुबह चार बजे सेना के एक कैंप पर आतंकियों के फिदायीन हमले में कैप्टन समेत तीन सैनिक शहीद हो गये. उड़ी आर्मी कैंप की तर्ज पर किये गये इस आतंकी हमले में छह जवान घायल हुए हैं, जिनमें से कुछ की हालत गंभीर है. सेना की जवाबी कार्रवाई में दो फिदायीन भी मारे गये. घायल जवानों को इलाज के लिए एयरलिफ्ट कर श्रीनगर के आर्मी अस्पताल भेजा गया.
कुपवाड़ा आतंकी हमले पर वीरेंद्र सहवाग ने दुख जताया, बोले, अब ये रुकना चाहिए
शहीद कैप्टन आयुष यादव कानपुर के रहनेवाले थे. बाकी दो शहीद राजस्थान के दौसा के निवासी सूबेदार भूप सिंह गुर्जर (46 वर्ष) और आंध्र प्रदेश के विजाग के निवासी नायक बी वी रमन (38 वर्ष) शामिल हैं. शहीद कैप्टन आयुष यादव के परिवार के लिए गुरुवार का दिन कभी न भूलने वाला दर्द लेकर आया. सुबह आयुष की मां टीवी पर कुपवाड़ा में चल रहा मुठभेड़ देख रही थीं, तभी उन्हें मृतकों में कैप्टन आयुष का नाम नजर आया. यह सुनते ही वह जोर-जोर से रोने लगीं और बेहोश हो गयीं.
जम्मू-कश्मीर: आर्मी कैंप पर हमला, 2 आतंकी ढेर, 3 जवान शहीद
बेटे की मौत का दुख उनसे संभाला नहीं जा रहा था और वह बार-बार रोते हुए यही कह रही थीं कि बेटे के बिना अब मैं जी पाऊंगी. बेटे को खोने का गम इतना था कि रुंधे गले से वह बोल उठीं- मोदी जी मुझे बम लाकर दें, मैं दुश्मनों पर बम गिरा दूंगी. गुरुवार दोपहर सेना अधिकारी आयुष के पिता अरुणकांत यादव के पास सांत्वना देने पहुंचे.