15.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

महाराष्ट्र: उद्धव गुट को एक और झटका, आदित्य ठाकरे का करीबी राहुल कनाल शिंदे गुट में शामिल

आदित्य ठाकरे के करीबी सहयोगी राहुल कनाल ने जहाज छोड़कर शिंदे गुट में शामिल होने का फैसला किया है. शनिवार को उद्धव गुट से राहुल कनाल और कई अन्य शिवसेना कार्यकर्ता शिंदे गुट में शामिल होंगे. ये बीएमसी चुनाव से पहले शिवसेना के उद्धव गुट के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है.

आदित्य के करीबी सहयोगी राहुल कनाल शिंदे के नेतृत्व वाली सेना में शामिल हो गए, मुंबई में बीएमसी चुनाव से पहले शिवसेना के उद्धव गुट के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है, आदित्य ठाकरे के करीबी सहयोगी राहुल कनाल ने जहाज छोड़कर शिंदे गुट में शामिल होने का फैसला किया है. शनिवार को उद्धव गुट से राहुल कनाल और कई अन्य शिवसेना कार्यकर्ता शिंदे गुट में शामिल होंगे. उद्धव गुट ने राहुल कनाल के बाहर जाने को ज्यादा तवज्जो नहीं दी क्योंकि संजय राउत ने कहा कि उन्हें नहीं पता कि राहुल कनल पार्टी में कैसे आए और उनके बाहर जाने को इतना महत्व क्यों दिया जा रहा है.

कनाल बांद्रा में एक जाना माना चेहरा

कनाल, आदित्य ठाकरे के करीबी सहयोगी, बांद्रा में एक जाना माना चेहरा हैं और 10 साल पहले युवा सेना के गठन के बाद से उन्हें आदित्य का करीबी माना जाता रहा है. आदित्य ठाकरे के नेतृत्व वाली युवा सेना के लिए एक झटका, राहुल कनाल, जो आदित्य के करीबी सहयोगी हैं, शनिवार को सीएम एकांत शिंदे के नेतृत्व वाली सेना में शामिल होंगे, जिस दिन आदित्य दक्षिण मुंबई में बीएमसी मुख्यालय तक मार्च का नेतृत्व करेंगे.

10 साल पहले युवा सेना के गठन के बाद से उन्हें आदित्य का करीबी माना जाता है

इससे पहले कनाल ने युवा सेना कोर कमेटी के व्हाट्सएप ग्रुप को यह संकेत देते हुए छोड़ दिया था कि वह इसके पैनल के कामकाज से परेशान हैं. कनाल बांद्रा में एक जाना माना चेहरा हैं और 10 साल पहले युवा सेना के गठन के बाद से उन्हें आदित्य का करीबी माना जाता है. कनाल को शिरडी के मंदिर ट्रस्ट, श्री साईबाबा संस्थान ट्रस्ट (एसएसएसटी) का ट्रस्टी नियुक्त किया गया था और वह 2017 में बीएमसी शिक्षा समिति के सदस्य भी थे.

राहुल कनाल ने किया ट्वीट 

सेना ने शुक्रवार को कनाल सहित बांद्रा पश्चिम से युवा सेना के सभी पदाधिकारियों को निलंबित कर दिया था. इस घटना से परेशान कनाल ने ट्विटर का सहारा लिया. “दु: खी महसूस करना!!! यह अच्छी तरह जानते हैं कि यह किसने किया है, लेकिन जिन लोगों ने आपके लिए काम किया है, उन्हें बिना सुने हटाना अहंकार है और आप मुझे हटा सकते हैं, लेकिन उन लोगों को नहीं, जिन्होंने दिन-रात काम किया है. चलो अच्छा है सबको पता चले कि अहंकार और अहंकार क्या होता है!!! (यह अच्छा है कि अब लोगों को पता चल जाएगा कि अहंकार और अहंकार से क्या होता है),” ट्वीट में कहा गया.

Also Read: मणिपुर हिंसा: कौन है ‘मैतेई समुदाय’? जिसकी मांग पर झुलस रहा मणिपुर

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें