चंडीगढ़ : पंजाब में सत्तारूढ़ दल आम आदमी पार्टी (आप) ने मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर भगवंत मान की अगुवाई वाली सरकार को गिराने के प्रयास में उसके विधायकों को 25-25 करोड़ रुपये का ऑफर देने का आरोप लगाया है. हालांकि, भाजपा की पंजाब इकाई ने आम आदमी पार्टी के इन आरोपों को निराधार और झूठ का पुलिंदा बताया है. भाजपा ने कहा कि ‘आप’ अपनी नाकामियों से लोगों का ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही है.
पंजाब के वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने मीडिया से बातचीत के दौरान आरोप लगाया कि भाजपा के ‘ऑपरेशन लोटस’ के तहत राज्य के कुछ ‘आप’ विधायकों से संपर्क साधा गया. ‘आप’ के वरिष्ठ नेता ने दावा किया कि ‘आप’ के सात से 10 विधायकों से पैसे और मंत्री पद के ऑफर के साथ संपर्क किया गया है. चीमा ने कहा कि पंजाब में हमारे विधायकों से संपर्क किया जा रहा है. भाजपा के कुछ लोगों द्वारा उनसे टेलीफोन पर संपर्क किया जा रहा है, जिन्हें भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने हमारे विधायकों को पार्टी से अलग करने के लिए भेजा था.
हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि उन्होंने हमारे विधायकों से संपर्क किया और उन्हें बताया कि उनकी बैठक ‘वड्डे बाउ जी’ और दिल्ली में बड़े नेताओं के साथ कराई जाएगी और उन्हें 25-25 करोड़ रुपये का ऑफर दिया. चीमा ने आरोप लगाया कि भाजपा के सरकार बनाने पर ‘आप’ विधायकों को मंत्री पद की पेशकश की गई. वित्त मंत्री ने आगे आरोप लगाया, ‘उनसे कहा गया कि अगर आप तीन-चार विधायक लाते हैं, तो आपको 50-70 करोड़ रुपये की पेशकश की जाएगी.’
चीमा ने कहा कि जब पार्टी के एक विधायक ने पूछा कि वह 92 विधायकों वाली आप नीत सरकार को कैसे गिराएंगे, तो उन्हें बताया गया कि उन्हें सरकार गिराने के लिए सिर्फ 35 विधायकों की जरूरत है, क्योंकि वे अन्य दलों के विधायकों के संपर्क में हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि मध्य प्रदेश और अन्य राज्यों में कांग्रेस विधायकों को खरीदा गया. चीमा ने आरोप लगाया, ‘हो सकता है कि यहां भी वे (भाजपा) उनके (कांग्रेस विधायकों) के संपर्क में हों. उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा ने पंजाब में 55 विधायकों को तोड़ने के लिए 1,375 करोड़ रुपये रखे हैं.
चीमा ने आरोप लगाया कि भाजपा आप सरकार को गिराने के लिए पंजाब में 1,375 करोड़ रुपये खर्च करना चाहती है. साथ ही, उन्होंने कहा कि भाजपा ने 800 करोड़ रुपये के साथ दिल्ली में आप नीत सरकार को गिराने की कोशिश की. आप नेता चीमा ने आरोप लगाया कि भाजपा ने दिल्ली में लोकतंत्र की ‘हत्या’ करने की कोशिश की थी और पंजाब में भी यही प्रयास किया जा रहा है, लेकिन वह अपने प्रयास में सफल नहीं होगी.
चीमा ने कहा कि आप के विधायक, नेता और कार्यकर्ता दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के साथ चट्टान की तरह खड़े हैं. चीमा ने कथित रूप से संपर्क किए गए विधायकों का नाम लेने से इनकार करते हुए कहा कि भाजपा ने अपने लोगों के माध्यम से प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से सात से 10 विधायकों से संपर्क किया.’ संपर्क किए गए विधायकों के नाम के बारे में पूछे जाने पर चीमा ने कहा कि कई विधायकों को फोन आए हैं. यह जांच का विषय है.
चीमा ने आरोप लगाया कि पंजाब में आप के नेता पहले से ही केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के निशाने पर हैं. चीमा ने कहा कि हमारी कानूनी टीम देखेगी कि किस फोरम पर (मामले में) कानूनी कार्रवाई की जाएगी. इस समय हम विधायकों के नामों का खुलासा नहीं कर सकते. आने वाले समय में हमारे विधायक सामने आएंगे और हम जनता के सामने सबूत और इलेक्ट्रॉनिक रिकॉर्ड प्रस्तुत करेंगे.
यह उल्लेख किए जाने पर कि आप नीत सरकार के पास पुलिस और खुफिया विभाग है, ऐसे में वह इस मामले में कार्रवाई का इंतजार क्यों कर रही है? इसके जवाब में चीमा ने कहा कि बहुत जल्द कानूनी कार्रवाई की जाएगी, क्योंकि हमारे कानूनी विशेषज्ञ इस पर काम कर रहे हैं. चीमा ने कहा कि भाजपा के जिन लोगों ने विधायकों से संपर्क किया, उनमें पंजाब और दिल्ली के कुछ लोग शामिल हैं.
Also Read: झारखंड में ‘ऑपरेशन लोटस’ पर भाजपा का पलटवार, दीपक बोले- हेमंत सरकार के खिलाफ पार्टी नहीं चला रही कोई अभियान
भाजपा की पंजाब इकाई के महासचिव जीवन गुप्ता ने आरोपों पर ‘आप’ की आलोचना करते हुए कहा कि आप नीत सरकार अपनी गारंटी को पूरा करने में विफल रही है और जब लोग उनके बारे में सवाल पूछते हैं, तो वे इस तरह के झूठे आरोप लगाकर ध्यान हटाने की कोशिश करते हैं. भाजपा नेता अनिल सरीन ने चीमा से सवाल किया कि वह तुरंत बताएं कि उनके विधायकों को कहां से फोन आए और किसने उन्हें प्रलोभन देने की कोशिश की. उन्होंने मांग की कि या तो चीमा को सार्वजनिक रूप से उन फोन नंबर के बारे में बताना चाहिए, जहां से कॉल आए थे या अपना पद छोड़ देना चाहिए.