यमुना नदी के बढ़ते प्रदूषण को लेकर दिल्ली जल बोर्ड के वाइस चेयरमैन और आप नेता राघव चड्ढा ने यूपी और हरियाणा सरकार पर आरोप लगाया है. राघव चड्ढा ने कहा है कि, यमुना में प्रदूषण के लिए यूपी और हरियाणा की बीजेपी सरकार जिम्मेदार है. साल दर साल हमने यूपी सरकार को सिंचाई प्रौद्योगिकी, जैव कृषि पद्धति का उपयोग करने के लिए लिखा है. लेकिन भाजपा सरकारों ने कोई ध्यान नहीं दिया. आज तक बीजेपी सरकार ने समस्या का समाधान नही निकाला है.
BJP govts in UP and Haryana should be blamed for this. Year after year we have written to UP govt to use irrigation technology, bioculture method…but BJP govts didn't pay any heed: AAP leader Raghav Chadha on toxic foam in Yamuna, Delhi pic.twitter.com/K8QIwEHonN
— ANI (@ANI) November 9, 2021
राघव चड्ढा ने कहा है कि, यमुना में झाग बढ़ रहा हैं. उन्होंने कहा कि यमुना में झाग ओखला बैराज क्षेत्र में है, जो यूपी सिंचाई सरकार के अधीन है. यह यूपी सरकार की जिम्मेदारी है. लेकिन सरकार हर साल की तरह इस साल भी फेल हुए. उन्होंने कहा कि प्रदूषित पानी दिल्ली का नहीं, यूपी, हरियाणा सरकार का दिल्ली को दिया ‘उपहार’ है.
राघव चड्ढा ने कहा कि उत्तरप्रदेश और हरियाणा द्वारा जो नदी की धारा दिल्ली यमुना में छोड़ी जाती है उसमें केमिकल, और डिटर्जेंट होता है. उन्होंने कहा कि हरियाणा से लगभग 105 एमजीडी अपशिष्ट जल और यूपी से लगभग 50 एमजीडी अपशिष्ट जल ओखला बैराज में विलीन हो जाता है. इस पानी में औद्योगिक कचरा, डिटर्जेंट और अमोनिया है, जिससे झाग बनता है.
About 105 MGD wastewater from Yamuna in Haryana and about 50 MGD wastewater from Ganga in UP merge into Okhla Barrage. The water has industrial waste, untreated detergents, ammonia, which lead to formation of foam…: AAP leader Raghav Chadha pic.twitter.com/Q1IulfoVqP
— ANI (@ANI) November 9, 2021
उन्होंने कहा कि, दिल्ली सरकार ने हरियाणा और उत्तरप्रदेश की सरकार से कई बार अपील की है कि पानी को ट्रीट करके ही साफ पानी यमुना में बहाया जाए. लेकिन इसका अबतक कोई नतीजा नहीं निकला है. गौरतलब है कि यमिना में प्रदूषण का स्तर काफी बढ़ गया है. इससे लेकर समय समय पर कई अभियान भी चलाया गया लेकिन यमुना के प्रदूषण में कोई सुधार नहीं हुआ.
Posted by: Pritish Sahay