AAP: दिल्ली में हो रहे विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी के सामने सिर्फ भाजपा और कांग्रेस की ही चुनौती नहीं है. बल्कि आम आदमी पार्टी की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल भी एक बड़ी चुनौती पेश कर रही हैं. कभी अरविंद केजरीवाल की कट्टर समर्थक रही स्वाति मालीवाल दिल्ली महिला आयोग के अध्यक्ष के तौर पर महिला मुद्दों पर आक्रामक रुख अपनाकर एक अलग पहचान बना चुकी है. लेकिन अरविंद केजरीवाल के आवास पर बदसलूकी के बाद से स्वाति मालीवाल आम आदमी पार्टी के खिलाफ खुलकर आवाज उठा रही है.
विधानसभा चुनाव में मालीवाल विभिन्न इलाकों का दौरा कर क्षेत्र की समस्याओं को सामने लाकर आम आदमी पार्टी की पोल खोल रही है. वे लोगों को यह बताने की कोशिश कर रही है कि चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी के किए गए वादों को पूरा नहीं किया गया. वे आम आदमी पार्टी के शिक्षा और स्वास्थ्य क्रांति के दावे की भी पोल खोल रही है.
कभी अस्पताल तो कभी स्कूल में जाकर बुनियादी सुविधाओं की कमी को लोगों को सामने लाने की हर संभव कोशिश कर रही है. मालीवाल के प्रयास से आम आदमी पार्टी की चुनाव में परेशानी बढ़ रही है. वे खुलकर केजरीवाल और दिल्ली सरकार की नाकामियों से जनता को अवगत करा रही है.
आक्रामक तरीके से सामने ला रही हैं जनहित के मुद्दे
दिल्ली में पिछले 10 साल से अधिक समय से आम आदमी पार्टी की सरकार है. आम आदमी पार्टी, बिजली, पानी, शिक्षा, स्वास्थ्य के क्षेत्र में बेहतरीन काम करने का दावा करती है. लेकिन भ्रष्टाचार, साफ-सफाई, सड़कों की खराब स्थिति के अलावा कई इलाकों में मूलभूत सुविधाओं की कमी इस बार चुनाव में बड़ा मुद्दा है. सरकार विरोधी लहर का सामना कर रही आम आदमी पार्टी ने एक बार फिर कई तरह के लोकलुभावन वादे किए है. कांग्रेस और भाजपा की ओर से भी दिल्ली के लोगों के लिए कई तरह के वादे किए गए हैं. इन वादों और आरोपों के बीच स्वाति मालीवाल जमीन पर उतर कर आम आदमी पार्टी के सरकार की कमियों को सामने ला रही है.
वे गली-गली घूमकर गंदे पानी, सीवेज की समस्या, अस्पतालों में बेड और दवा की कमी जैसे जनहित से जुड़े मामलों को उठाकर आम आदमी पार्टी को कटघरे में खड़ी कर यह बताने की कोशिश कर रही है दिल्ली सरकार आम लोगों के साथ धोखा किया है. मालीवाल की सक्रियता आम आदमी पार्टी के लिए परेशानी का सबब बन रही है. आम आदमी पार्टी की समस्या यह है कि वे खुलकर मालीवाल का विरोध भी नहीं कर पा रही है क्योंकि वे अभी पार्टी से ही राज्यसभा की सांसद है और पार्टी ने अभी भी उन्हें निलंबित नहीं किया है.
मालीवाल से बदसलूकी के मामले में केजरीवाल के सहयोगी विभव कुमार पर अदालत में मामला चल रहा है. विपक्षी दल भी मालीवाल के मामले पर आप और केजरीवाल को निशाना बनाते रहे हैं. देखने वाली बात होगी कि मालीवाल फैटर चुनाव में आम आदमी पार्टी को कितना नुकसान पहुंचा पाता है.