कांग्रेस सांसद और वित्त पर संसदीय स्थायी समिति के सदस्य, मनीष तिवारी ने समिति के अध्यक्ष जयंत सिन्हा को पत्र लिखा है. जिसमें उन्होंने हिंडनबर्ग रिसर्च द्वारा अदाणी समूह के खिलाफ लगाए गए आरोपों की तुरंत जांच करने का सुझाव दिया है.
तिवारी ने अदाणी मामले में पूछताछ के लिए अधिकारियों को तलब करने का दिया सुझाव
कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने जयंत सिन्हा को लिखे अपने पत्र में सुझाव दिया है कि समिति को सेबी और आरबीआई, एलआईसी, कॉर्पोरेट मामलों के मंत्रालय और अन्य नियामक निकायों के अधिकारियों को बुलाना चाहिए. यह पता लगाना चाहिए कि क्या अदाणी मुद्दे पर उनकी ओर से कोई विफलता हुई थी या नहीं.
मनीष तिवारी ने जतायी हैरानी
मनीष तिवारी ने हैरानी जताते हुए अपने पत्र में लिखा, हमें यह आश्चर्य की बात लगती है कि यह समिति हाल ही में एसवीबी बैंक द्वारा संचालित सुनवाई के लिए तैयार है. उक्त बैंक कैलिफोर्निया में स्थित है और हमारे देश के नियामक तंत्र पर इसका बहुत कम या कोई प्रभाव नहीं है. फिर भी समिति अदाणी मामले पर चर्चा के लिए तैयार नहीं है. जिसने हमारे अपने पूंजी बाजार में निवेशकों के भरोसे को झटका दिया है.
Manish Tewari writes to Standing Committee on Finance Chairperson, suggests to examine allegations against Adani Group
Read @ANI Story | https://t.co/jOuKaPEwcE#Adanigroup #ManishTewari #Financechairperson pic.twitter.com/njHRiECwZI
— ANI Digital (@ani_digital) March 28, 2023
क्या है अदाणी मामला, क्यों सरकार पर कांग्रेस लगा रही गंभीर आरोप
दरअसल 24 जनवरी 2023 को हिंडनबर्ग रिसर्च ने अदाणी समूह के लेकर एक रिपोर्ट जारी की थी. जिसमें अदाणी समूह पर धोखाधड़ी और शेयर की कीमतों में हेरा-फेरी सहित कई गंभीर आरोप लगाये गये. इस आरोप के बाद अदाणी समूह की संपत्ति में भारी गिरावट दर्ज की गयी. इस घटना के बाद अदाणी दुनिया के तीसरे सबसे अमीर व्यक्ति की सूची से फिसलकर सीधे 30वें नंबर पर पहुंच गये. रिपोर्ट के सामने आने के बाद से ही कांग्रेस बीजेपी और केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर हमलावर है. कांग्रेस प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अदाणी के बीच दोस्ती के भी आरोप लगाये हैं.