मोदी मंत्रिमंडल में बुधवार को बड़ा फेरबदल हुआ है, 43 मंत्रियों ने शपथ लिया तो 12 मंत्रियों ने इस्तीफा दिया है. वहीं कई मंत्रियों का प्रमोशन भी किया गया है. ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि जिन 12 मंत्रियों से इस्तीफा लिया गया है उनका क्या होगा?
कल जिन 12 मंत्रियों से इस्तीफा लिया गया, उनमें रविशंकर प्रसाद, प्रकाश जावड़ेकर और हर्षवर्धन जैसे दिग्गज नेता भी शामिल हैं. चूंकि इन नेताओं को मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिली है तो इनके राजनीतिक भविष्य को लेकर चिंता बनी हुई है.
जानकारों का कहना है कि 2022 के विधानसभा चुनाव और 2024 के लोकसभा चुनाव के मद्देनजर पार्टी इनपर संगठन की जिम्मेदारी सौंपने वाली है. इन नेताओं पर संगठन को मजबूत करने की अहम जिम्मेदारी होगी.
बंगाल चुनाव के बाद पार्टी को यह महसूस हुआ है कि संगठन कुछ हद तक कमजोर हुआ है. पार्टी के कई नेता चूंकि मंत्रिमंडल में शामिल हो गये थे इसलिए उनके पास समय का अभाव था, जिसका खामियाजा संभवत: पार्टी को भुगतना पड़ा. ऐसे में पार्टी अगले साल उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर और पंजाब होने वाले विधानसभा चुनाव को गंभीरता से ले रही है और यही वजह है कि वह संगठन को मजबूत करना चाहती है.
पार्टी ने मंत्रिमंडल में जो फेरबदल किया है और जिस तरह हर राज्य और जाति को साधने की कोशिश की गयी है वह यह साबित करती है कि पार्टी 2024 के लोकसभा चुनाव पर नजर गड़ाये हुई है और वह कोई रिस्क नहीं लेना चाहती है.
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पीटीआई के अनुसार पार्टी के एक वरिष्ठ पदाधिकारी से संपर्क किया गया तो उन्होंने बस इतना ही कहा कि संगठन के बारे में नियुक्ति संबंधी कोई भी फैसला लेने का अधिकार अध्यक्ष का है. ऐसे में अब पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा ही तय करेंगे कि इन दिग्गज नेताओं का राजनीतिक भविष्य क्या होगा.
Posted By : Rajneesh Anand