तमिलनाडु में इस समय घमासान जारी है. अन्नाद्रमुक (All India Anna Dravida Munnetra Kazhagam) ने ओ पनीरसेल्वम को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से हटा दिया. ई पलानीस्वामी (E Palaniswami-led) के नेतृत्व वाली आम परिषद की बैठक में ओ पनीरसेल्वम को हटाने का प्रस्ताव पारित किया गया.
AIADMK ने बदली ट्विटर पर पार्टी की प्रोफाइल पिक्चर
तमिलनाडु में जारी घमासान के बीच AIADMK ने ट्विटर पर पार्टी प्रोफाइल फोटो बदल ली है. फोटो में एमजी रामचंद्रन, जयललिता और के पलानीस्वामी नजर आ रहे हैं. इस बीच AIADMK नेता और पूर्व मुख्यमंत्री के पलानीस्वामी ने चेन्नई में जया मेमोरियल में पूर्व मुख्यमंत्री जे जयललिता को पुष्पांजलि अर्पित की.
Also Read: जनरल काउंसिल की बैठक से पहले पन्नीरसेल्वम समर्थकों का हंगामा, AIADMK कार्यालय का तोड़ा दरवाजा
ओ पनीरसेल्वम ने कानूनी कार्रवाई की धमकी दी
ओ पनीरसेल्वम ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से हटाये जाने को चुनौती देने की धमकी दी है. उन्होंने कहा कि वह अदालत का दरवाजा खटखटाएंगे, कानूनी कार्रवाई करेंगे और कार्यकर्ताओं के बीच न्याय मांगने जांगे. इसके साथ ही वह पार्टी कार्यालय से निकल गए.
तमिलनाडु अन्नाद्रमुक कार्यालय सील
तमिलनाडु में अन्नाद्रमुक के दो विरोधी नेताओं इडापड्डी के पलानीस्वामी और ओ पन्नीरसेल्वम के समर्थकों द्वारा पार्टी के कार्यालय के अंदर और बाहर हिंसा तथा तोड़ फोड़ किए जाने के बाद अधिकारियों ने सोमवार को पार्टी के मुख्यालय को सील कर दिया. राजस्व अधिकारियों ने अन्नाद्रमुक मुख्यालय ‘एम जी आर मालिगई’ को सील कर दिया. अधिकारियों ने कहा कि यह कार्रवाई हिंसा के मद्देनजर की गई है, पार्टी कार्यालय में मौजूद सभी लोगों को पुलिस ने बाहर निकाल दिया है.
पलानीस्वामी और पन्नीरसेल्वम के समर्थकों में हिंसक झड़प, पार्टी मुख्यालय में तोड़फोड़
दोनों नेताओं के समर्थकों के बीच हिंसा हुई और इसके बाद उन्होंने अवाई षणमुगम सलाई में अन्नाद्रमुक के मुख्यालय में तोड़फोड़ की. पलानीस्वामी ने पन्नीरसेल्वम को सत्तारुढ़ दल द्रमुक की कठपुतली बताया और उन्हें हिंसा के लिए जिम्मेदार ठहाराया. साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि पन्नीरसेल्वम ने पार्टी के कार्यालय से और पार्टी की दिवंगत प्रमुख जे जयललिता के कार्यालय कक्ष से सभी कागजात निकाल लिए हैं. अन्नाद्रमुक के नेता डी जयकुमार ने कहा कि पुलिस को पहले ही पार्टी कार्यालय की सुरक्षा की अर्जी दी गई थी और अब उनका डर सच साबित हुआ है. उन्होंने हिंसा के लिए पन्नीरसेल्वम और उनके समर्थकों को जिम्मेदार ठहराया तथा पार्टी का कार्यालय सील करने के लिए सरकार की आलोचना की.