Dr. Randeep Guleria News : देश में कोरोना की रफ्तार थमने का नाम ही नहीं ले रही है. इन परिस्थितियों में एम्स के डायरेक्टर रणदीप गुलेरिया ने वैक्सीनेशन को लेकर कई अहम सुझाव दिये हैं.
डाॅ रणदीप गुलेरिया ने कहा है कि देश में कोरोना की जंग तब ही जीती जा सकती है, जब लोग वैक्सीन लगवायेंगे. उन्होंने आज प्रेस काॅन्फ्रेंस में कहा कि जो लोग कोरोना के संक्रमण से मुक्त हो चुके हैं, उन्हें कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज लगवानी चाहिए. उन्होंने कहा कि साइंटिफिक लैंग्वेज में पहले डोज को प्राइमिंग और दूसरे डोज को बूस्टर डोज कहते हैं.
रणदीप गुलेरिया ने कहा कि अगर आपको कोरोना के माइल्ड लक्षण हैं तो आपको छाती का सीटी स्कैन कराने की कोई जरूरत नहीं है. उन्होंने कहा कि यह नुकसानदायक है. एक बार का सीटी स्कैन 300 एक्सरे के बराबर होता है.
Also Read: पांच मई को बंगाल के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगी ममता बनर्जी, नंदीग्राम चुनाव को कोर्ट में देंगी चुनौती
कई लोगों के मन में यह सवाल है कि अगर उन्होंने पहला डोज कोविशील्ड का लिया है तो क्या दूसरे डोज में वे वैक्सीन बदल सकते हैं? कई डाॅक्टर और विशेषज्ञ यह बता चुके हैं कि आप जिस वैक्सीन का पहला डोज लिये हैं, उसी का दूसरा डोज आपको लेना होगा. ऐसा नहीं है कि पहला कोवैक्सीन लिया है तो दूसरा कोविशील्ड या कोई और ले लें. ऐसा करना नुकसानदायक होगा.
Posted By : Rajneesh Anand