नयी दिल्ली : पश्चिम बंगाल में चुनाव परिणाम आने के बाद कथित तृणमूल कांग्रेस और भाजपा समर्थकों के बीच हिंसा को लेकर ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा है कि जीवन का अधिकार मौलिक होता है. लोगों के जीवन की रक्षा करना सरकार का कर्तव्य होना चाहिए. सरकार की विफलता की हम निंदा करते हैं.
Right to life is a fundamental right. It should be the first duty of any govt to protect people's lives. If they don't, they're failing in their fundamental duty. We condemn failure of any govt, in any part of India, to protect lives: AIMIM chief Asaduddin Owaisi on WB violence pic.twitter.com/eOgO6uG3he
— ANI (@ANI) May 4, 2021
जानकारी के मुताबिक, एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी कहा है कि ”जीवन का अधिकार एक मौलिक अधिकार है. लोगों के जीवन की रक्षा करना किसी भी सरकार का पहला कर्तव्य होना चाहिए. यदि वे नहीं करते हैं, तो वे अपने मौलिक कर्तव्य में असफल हो रहे हैं. हम भारत के किसी भी हिस्से में जान की रक्षा के लिए किसी भी सरकार की विफलता की निंदा करते हैं.
मालूम हो कि पश्चिम बंगाल में चुनाव परिणाम की घोषणा के एक दिन बाद ही विभिन्न जिलों से कथित तौर पर तृणमूल कांग्रेस और भाजपा समर्थकों के बीच झड़प, मारपीट, लूट और हत्या किये जाने की बात सामने आयी है. पुरबा बर्धमान जिले में दोनों पार्टियों के समर्थकों के बीच झड़प में कथित तौर पर चार लोगों की मौत हो गयी है.
वहीं, भाजपा समर्थकों के साथ मारपीट और हिंसा की वारदात को लेकर भाजपा के प्रदेश प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने ट्वीट किया है. साथ ही उन्होंने तस्वीरों और वीडियो क्लिप सोशल मीडिया पर साझा करते हुए सवाल उठाये हैं. भाजपा ने महिला समेत आधा दर्जन कार्यकर्ताओं की हत्या का दावा किया है.
इधर, राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने प्रदेश के गृह सचिव, पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) और कोलकाता के पुलिस आयुक्त से शांति बहाल करने के निर्देश दिये हैं. मालूम हो कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी पश्चिम बंगाल के राज्यपाल को फोन कर कानून और व्यवस्था की जानकारी ली है.