नये संसद भवन के उद्घाटन का विपक्ष दलों ने बहिष्कार करने का फैसला किया है. 19 राजनीतिक दलों संयुक्त बयान जारी कर उद्घाटन का विरोध करने का ऐलान किया है. वहीं, केन्द्रीय गृह मंत्री और बीजेपी के दिग्गज नेता अमित शाह ने कहा है कि सरकार ने नये संसद भवन के उद्घाटन समारोह में शामिल होने के लिए सभी राजनीतिक दलों को आमंत्रित किया है, उन्हें अपने विवेकानुसार कदम उठाने की स्वतंत्रता है.
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि सेंगोल की स्थापना के लिए संसद भवन से उपयुक्त और पवित्र स्थान कोई और हो ही नहीं सकता इसलिए जिस दिन नए संसद भवन को देश को समर्पित किया जाएगा उसी दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तमिलनाडु से आए हुए अधीनम से सेंगोल को स्वीकार करेंगे और लोकसभा अध्यक्ष के आसन के पास इसे स्थापित करेंगे. शाह ने यह भी कहा कि इस मौके पर प्रधानमंत्री नए संसद भवन के निर्माण का हिस्सा रहे 7000 कामगारों को सम्मानित भी करेंगे.
राष्ट्रपति करें नये भवन का उद्घाटन: गौरतलब है कि संसद के नये भवन के उद्घाटन को लेकर विपक्षी दलों का विरोध गहराता जा रहा है. राहुल गांधी के ट्वीट के बाद कई दलों ने संसद के नये भवन का उद्घाटन राष्ट्रपति से कराने की मांग की है. उनका कहना है कि अगर ऐसा नहीं होता है तो वो उद्घाटन कार्यक्रम का विरोध करेंगे. 19 विपक्षी दलों ने इसको लेकर एक संयुक्त बयान भी जार किया है.
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28 मई को होना है उद्घाटन: बता दें, 28 मई को संसद के नये भवन का उद्घाटन होना है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नये संसद भवन का उद्घाटन करने वाले हैं. वहीं. नये संसद भवन के उद्घाटन का बहिष्कार करने के लिए विपक्षी दलों ने एक संयुक्त बयान जारी किया है. उनका कहना है कि जब लोकतंत्र की आत्मा को संसद से चूस लिया गया है, तो हम नए भवन में कोई मूल्य नहीं पाते हैं.