Jammu Kashmir: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर में आतंकी घटना में मारे गए लोगों के परिजनों के साथ बातचीत की और मृतकों को श्रद्धांजलि दी. इसके साथ ही गृहमंत्री ने अधिकारियों के साथ सुरक्षा को लेकर एक हाई लेवल मीटिंग भी की. अमित शाह ने बताया कि सुरक्षा एजेंसियां कश्मीर में मुस्तैदी से काम कर रही हैं. उन्होंने कहा कि आतंक के खात्मे को लेकर कई पहलुओं पर चर्चा हुई है. इस दौरान तीन महीने में 360 डिग्री सुरक्षा का चक्र बनाने का भरोसा दिलाया गया है.
अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में आतंकवाद के खिलाफ जीरो टालरेंस की नीति पर चलते हुए सभी सुरक्षा एजेंसियां आतंकवाद से निर्णायक लड़ाई लड़ रहीं हैं. अमित शाह ने कहा कि मैं यहां राजौरी में हुए आतंकवादी हमले के पीड़ितों से मिलने और उनका दुख साझा करने आया हूं. मैं खराब मौसम के कारण गांव नहीं जा सका. लेकिन, मैंने सभी सात पीड़ित परिवारों के सदस्यों से फोन पर बात की है. अमित शाह के साथ जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा भी थे. गृह मंत्री ने कहा कि उनका साहस देश के लिए एक उदाहरण है और उन सभी का मानना था कि यह हमारा क्षेत्र है और हम इसे नहीं छोड़ेंगे.
गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि कुछ परिवार पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर से आए थे और वे इतनी बड़ी घटना के बावजूद आतंकवादियों का सामना करने को तैयार हैं. आतंकवादी हमले के पीड़ितों के परिवारों ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री ने उन्हें आश्वासन दिया है कि इन हमलों में शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. आतंकवादी हमले में दो बेटों को खोने वाली सरोज बाला ने कहा कि गृह मंत्री ने मुझसे फोन पर बात की .मैंने उनसे अनुरोध किया कि मेरे बेटों के हत्यारों को पकड़ें और सुनिश्चित करें कि उन्हें कड़ी से कड़ी सजा मिले. उन्होंने मुझे आश्वासन दिया कि उन्हें जल्द ही पकड़ लिया जाएगा. गौरतलब है कि 1 जनवरी को राजौरी के धंगरी गांव में आतंकवादियों की गोलीबारी में 5 लोगों की मौत हो गई थी. जबकि, अगले दिन एक आईईडी विस्फोट में दो बच्चों की मौत हो गई थी.