पंजाब को एक बार फिर हिंसा की आग झोंकने की साजिश रची जा रही है! खुफिया जानकारी के मुताबिक वारिस पंजाब दे के मुखिया अमृतपाल सिंह पर हमले की आशंका है. यह हमला देश विरोधी तत्व कर सकते हैं ताकि उसके समर्थक भड़कें. यह हमला कौन करेगा, इस बारे में स्पष्ट इनपुट नहीं है. केंद्रीय खुफिया एजेंसियों ने कहा है कि अमृतपाल पर हमले की आशंका है और इस संबंध में पंजाब पुलिस कोअलर्ट जारी किया गया है. इस मामले को लेकर केंद्रीय गृह मंत्रालय में गुरुवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के बीच पंजाब की कानून व्यवस्था समेत अन्य मुद्दों को लेकर एक बैठक हुई,जिसमें अमृतपाल सिंह भी एक मुद्दा है.
गृहमंत्री अमित शाह ने आंतरिक सुरक्षा के मद्देनजर भगवंत मान और अधिकारियो की बैठक बुलाई. इस बैठक में गृहमंत्री शाह, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के अलावा गृह सचिव और वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे. सूत्रों ने कहा कि गृह मंत्रालय ने सुरक्षा से जुड़े बिंदुओं पर अपनी चिंता मुख्यमंत्री से साझा की है. एजेंसियों के इनपुट पर आंतरिक सुरक्षा और कानून व्यवस्था से जुड़े मुद्दों पर गंभीर रुख अपनाने को कहा गया है. सूत्रों ने कहा, खालिस्तान समर्थकों और अमृतपाल की गतिविधियों के मद्देनजर यह मुलाकात काफी अहम मानी जा रही है.
बैठक के सीएम भगवंत मान ने कहा कि, केंद्र और राज्य की सुरक्षा एजेंसियां कानून-व्यवस्था से जुड़े सभी मुद्दों से निपटने के लिए मिलकर काम करेंगी. इतना ही नहीं, राज्य में सुरक्षा स्थिति को और मजबूत बनाने के लिए सीआरपीएफ और उसके विशेष दंगा रोधी दस्ते के करीब 1,900 जवानों को पंजाब भेजा जा रहा है. सूत्रों ने बताया कि दोनों नेताओं ने कानून व्यवस्था के मुद्दे पर चर्चा की. मान ने अजनाला घटना से जुड़ी परिस्थितियों के बारे में शाह को अवगत कराया.
आपको बताएं कि, केंद्रीय खुफिया जांच एजेंसियों ने आशंका जताई है कि पंजाब में अशांति फैलाने के लिए देश विरोधी ताकतें ऐसी साजिश रचने की तैयारी में हैं. ऐसा कहा गया है कि अमृतपाल सिंह पर किसी भी हमले को लेकर उनके समर्थक भड़क सकते हैं लिहाजा देश विरोधी तत्वों की कोशिश है कि अमृतपाल को निशाने पर लिया जाए. अमृतपाल सिंह पर यह हमला कौन करेगा इस बारे में कोई स्पष्ट इनपुट नहीं है लेकिन हमले की आशंका को लेकर खुफिया एजेंसियों ने अलर्ट जारी किया है. पुलिस ने भी इस बारे में सतर्कता बरतनी शुरू कर दी है और तमाम घटनाक्रम पर नजर कड़ी कर दी है.
केंद्रीय खुफिया एजेंसियों ने अपने अलर्ट में कहा है कि संस्था वारिस पंजाब दे के जितने भी जिला प्रेसिडेंट हैं, उनको आने वाले फंड्स की जांच हो. पंजाब पुलिस के साथ-साथ अन्य एजेंसी को कहा गया है कि वह जिला अध्यक्ष को जो फंडा आ रहा है, वह कहां से आ रहा है? कैसे आ रहा है? किस की मार्फत आ रहा है? इस बाबत पूरी जानकारी जुटाकर खुफिया एजेंसियों के साथ साझा करें.