नयी दिल्ली: पाकिस्तान और चीन की चालबाजियों पर भारतीय सेना के प्रमुख जनरल एमएम नरवणे ने बुधवार को बड़ा बयान दिया. उन्होंने कहा कि चीन की सेना के साथ भारतीय सेना की वार्ता जारी है, तो युद्ध की तैयारी भी जारी है. उन्होंने कहा कि पूर्वी लद्दाख में यथास्थिति में एकतरफा बदलाव के चीनी प्रयासों पर सेना की प्रतिक्रिया बहुत मजबूत रही. उन्होंने कहा कि चीन की पीपुल्स लिब्रेशन आर्मी (पीएलए) के साथ बातचीत करते हुए भी सेना ने अभियान संबंधी अपनी तैयारियों का उच्चतम स्तर बरकरार रखा हुआ है.
पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ सीमा विवाद पर उन्होंने कहा कि आंशिक तौर पर भले ही सैनिक पीछे हटे हैं, लेकिन खतरा किसी भी तरह से कम नहीं हुआ है. वहीं, भारत की उत्तरी सीमा पर बनी स्थिति को लेकर उन्होंने कहा, ‘हम चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के साथ दृढ़ एवं मजबूत तरीके से निपटना जारी रखेंगे.’ श्री नरवणे ने कहा, ‘किसी भी आकस्मिक स्थिति से निपटने के लिए आवश्यक सुरक्षा कदम उठाये गये हैं.’
सेना प्रमुख ने बताया कि उत्तरी सीमाओं के पास इन्फ्रास्ट्रक्चर को मजबूत बनाने का काम समग्र और व्यापक तरीके से किया जा रहा है. जनरल नरवणे ने कहा कि यह देखने के लिए बड़े प्रयास किये जा रहे हैं कि सभी दोहरे उपयोग वाले बुनियादी ढांचे कौन-कौन से हैं और उनका क्या उपयोग किया जा सकता है. वहीं, नगालैंड में चार दिसंबर को हुई गोलीबारी की घटना के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि जांच की रिपोर्ट के आधार पर उचित कार्रवाई की जायेगी.
#WATCH | "War or conflict is always an instrument of last resort. But if resorted to, we will come out victorious," says Army Chief Gen MM Naravane while answering a question regarding the situation on the northern border pic.twitter.com/s3zLt0U9S1
— ANI (@ANI) January 12, 2022
चीन के नये समा कानून के बारे में एक सवाल पर जनरल नरवणे ने कहा कि कोई भी कानून, जो दुनिया के अन्य देशों पर लागू नहीं होता, जिसकी कोई कानूनी बाध्यता नहीं है, जो समझौते से बंधा नहीं है, हमारे ऊपर भी लागू नहीं होता. उन्होंने कहा कि युद्ध किसी भी विवाद का अंतिम विकल्प होता है. लेकिन, अगर हमें युद्ध के लिए मजबूर किया गया, तो हम उसे जीतकर दिखायेंगे.
Also Read: नगालैंड में सेना की फायरिंग में नागरिकों की मौत पर सेना प्रमुख का बड़ा बयान
उत्तरी सीमा पर जारी विवाद के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि बातचीत चल रही है. हम वार्ता कर रहे हैं, क्योंकि बातचीत से मुद्दों को हल किये जाने की उम्मीद है. मैं आपलोगों को आश्वस्त कर सकता हूं कि हम हर उस परिस्थिति से निबटने के लिए तैयार हैं, जो हमारे सामने आयेंगी. उन्होंने 4 दिसंबर को नगालैंड के ओटिंग जिला में सेना की फायरिंग में मारे गये 11 ग्रामीणों की मौत को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया. कहा कि भारतीय सेना युद्ध के हालात में भी नागरिकों को नुकसान नहीं पहुंचाती. नागरिकों की सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता होती है.
सेना प्रमुख ने कहा कि हमारे पड़ोसी के मंसूबे सामने आ गये हैं. पश्चिमी सीमा पर आतंकवादियों का जमावड़ा हो रहा है. आतंकवादियों के लिए लांच पैड बनाये गय हैं. आये दिन सीमा पार से घुसपैठ की कोशिश हो रही है. उन्होंने कहा कि पिछले साल जनवरी से हम देख रहे हैं कि उत्तरी और पश्चिमी सीमा पर कुछ सकारात्मक बदलाव आये हैं. उत्तरी सीमा पर हमने उच्चतम स्तर की तैयारियां की हैं, तो दूसरी तरफ पीएलए के साथ हमारी वार्ता भी चल रही है.
-
नगालैंड में 4 दिसंबर को हुई गोलीबारी की घटना की जांच रिपोर्ट के आधार पर उचित कार्रवाई की जायेगी.
-
हम देख रहे हैं कि सभी दोहरे उपयोग वाले बुनियादी ढांचे कौन-कौन से हैं और उनका क्या उपयोग किया जा सकता है.
-
उत्तरी सीमाओं के पास अवसंरचना के उन्नयन एवं विकास का कार्य समग्र और व्यापक तरीके से किया जा रहा है.
-
उत्तरी सीमा पर किसी भी आकस्मिक स्थिति से निपटने के लिए आवश्यक सुरक्षा कदम उठाये गये हैं.
-
हम चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के साथ दृढ़ एवं मजबूत तरीके से निपटना जारी रखेंगे.
-
पूर्वी लद्दाख में आंशिक तौर पर चीनी सैनिक पीछे हटे हैं, लेकिन खतरा किसी भी तरह से कम नहीं हुआ है.
-
चीन की पीएलए के साथ बातचीत करते हुए भी अभियान संबंधी अपनी तैयारियों का उच्चतम स्तर बरकरार रखा हुआ है.
Posted By: Mithilesh Jha