नयी दिल्ली : पूर्व वित्त मंत्री दिवंगत भाजपा नेता के पेंशन के पैसे से राज्यसभा सचिवालयकर्मियों के बच्चों को छात्रवृति दी जायेगी. इस पैसे का उपयोग पूरी तरह के सचिवालस में कार्यरत सी ग्रेड के कर्मचारियों के बच्चों की पढ़ाई के लिए किया जायेगा. अरुण जेटली की बेटी सोनाली जेटली बख्शी ने इस बात की जानकारी दी है. सोनाली ने ट्वीट किया कि मेरे पिता का मानना था कि नये भारत के लिए शिक्षा जरूरी है.
सोनाली ने ट्विटर पर लिखा कि मेरे पिता अरुण जेटली का मानना था कि शिक्षा सिर्फ एक अधिकार नहीं, बल्कि न्यू इंडिया के लिए महत्वपूर्ण है. इस वजह से हमने राज्यसभा सचिवालय के ग्रुप सी कर्मचारियों को लाभान्वित करने के लिए उनकी पेंशन दान की. इस पैसे से उनके बच्चों के लिए कल्याणकारी योजना, छात्रवृत्ति आदि की व्यवस्था की जायेगी. उन्होंने लिखा कि हमारे लिए यह पिताजी के आदर्शों का सम्मान करने का सबसे अच्छा तरीका है.
इससे पहले भी अरुण जेटली के परिवार ने उनका पेंशन लेने से इनकार कर दिया था. वे इस पैसे को राज्यसभा सचिवालय में कार्म करने वाले छोटे कर्मचारियों में बांटना चाहते थे. भाजपा के दिग्गज नेता और सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील अरुण जेटली का निधन लंबी बीमारी के बाद 23 अगस्त 2019 को दिल्ली के एम्स में हो गया था. 66 वर्ष के जेटली राज्यसभा का सदस्य रहते हुए भारत के वित्त मंत्री भी रहे. सांस लेने में तकलीफ की शिकायत के बाद जेटली को 9 अगस्त 2019 को अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में भर्ती कराया गया था.
Also Read: अरुण जेटली को श्रद्धांजलि देते समय भावुक हुए प्रधानमंत्री, बोले – वे सर्वमित्र थे, सर्वप्रिय थे
21 जून को फादर्स डे के मौके पर अरुण जेटली की बेटी सोनाली जेटली ने एक पोस्ट लिखा था जो काफी वायरल हुआ था. सोनाली ने ट्विटर पर अपने पिता अरुण जेटली के साथ अपनी बचपन से लेकर अब तक की तस्वीर शेयर करते हुए लिखा एक ऐसा व्यक्ति जिसने खुद को देश के लिए समर्पित किया और अपने परिवार को भी समय दिया… एक ऐसा व्यक्ति, जिसने वास्तव में एक अनुकरणीय जीवन जीया… एक ऐसा व्यक्ति, जिसने अपनी किस्मत खुद लिखी. एक ऐसा व्यक्ति जिसने मुझे बनाया जो आज मैं हूं… हैप्पी फादर्स डे.
आपको बता दें कि पेंशन के रूप में अरुण जेटली के परिवार को सालान करीब 3 लाख रुपये मिलते. अब यह पैसा सचिवालयकर्मियों के लिए बनाए गये कल्याण कोष में जायेगा. इस पैसे का इस्तेमाल वैसे कर्मियों के बच्चों को उच्च शिक्षा दिलाने में मदद करेगा जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं. इससे बच्चों के लिए छात्रवृति योजना का भी संचालन किया जायेगा.
Posted By: Amlesh Nandan Sinha.