Arvind Kejriwal : दिल्ली के जंतर-मंतर पर आम आदमी पार्टी (आप) ने ‘जनता की अदालत’ कार्यक्रम का आयोजन किया जिसे पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने संबोधित किया. केजरीवाल ने कहा कि 4 अप्रैल, 2011 का दिन एक ऐ दिन था जब भ्रष्टाचार विरोधी अन्ना आंदोलन शुरू हुआ था. अन्ना आंदोलन के समय चुनाव लड़ने की चुनौती दी गयी थी, हमने यह साबित किया कि चुनाव ईमानदारी के बल पर जीते जा सकते हैं.
अरविंद केजरीवाल ने ‘जनता की अदालत’ में कहा कि मैंने इस्तीफा इसलिए दिया क्योंकि मैं भ्रष्टाचार करने या मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठने के लिए राजनीति में नहीं आया हूं. मैंने इस्तीफा इसलिए दिया क्योंकि मैं भ्रष्टाचार के आरोपों से आहत हुआ. मैंने केवल इज्जत कमायी है, पैसा नहीं. उन्होंने कहा कि पिछले 10 वर्ष में केवल प्रेम अर्जित किया है, इसलिए लोग मुझे रहने के लिए अपना घर दे रहे हैं.
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केजरीवाल ने कहा कि नवरात्रि शुरू होने पर मुख्यमंत्री आवास छोड़ दूंगा और आपके घरों में आकर रहूंगा. उन्होंने कहा कि मैं यहां आपसे यह पूछने आया हूं कि क्या आपको लगता है कि केजरीवाल चोर है या वे लोग चोर हैं जिन्होंने मुझे जेल भेजा.
ईडी-सीबीआई का इस्तेमाल कर धमकाया जा रहा है: अरविंद केजरीवाल
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत से पूछना चाहता हूं कि क्या यह सही है कि विपक्षी नेताओं को ईडी-सीबीआई का इस्तेमाल कर धमकाया जा रहा है, उनकी सरकार गिराई जा रही है. आरएसएस से पूछना चाहता हूं कि क्या भ्रष्टाचार के आरोपों का सामना कर रहे नेताओं को बीजेपी में शामिल करना उचित है. उन्होंने कहा कि बीजेपी की उत्पत्ति आरएसएस से हुई है, मोहन भागवत से पूछना चाहता हूं कि क्या वह बीजेपी की राजनीति से संतुष्ट हैं. बीजेपी में एक नियम है कि नेताओं की आयु 75 वर्ष होने के बाद वे सेवानिवृत्त हो जाएंगे, क्या यह प्रधानमंत्री मोदी पर लागू नहीं होगा.
दिल्ली विधानसभा चुनाव मेरे लिए अग्नि परीक्षा : अरविंद केजरीवाल
केजरीवाल ने कहा कि आगामी दिल्ली विधानसभा चुनाव मेरे लिए अग्नि परीक्षा है. अगर आपको लगता है कि मैं बेईमान हूं तो मुझे वोट मत देना.