ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल-मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने कोल्हापुर हिंसा और लव जिहाद सहित कुछ अन्य मुद्दों पर भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि केंद्र की सत्ताधारी पार्टी का मकसद समाज में नफरत फैलाना तथा मुसलमानों को बदनाम करना है.
बृहस्पतिवार को देर रात एक जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कोल्हापुर में हुई हिंसा का जिक्र किया और कहा कि कोई टीपू सुल्तान की तस्वीर लेकर आया तो ‘आरएसएस के लोग’ सड़कों पर उतर आये. उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि जिस प्रकार गैर-कानूनी गतिविधियां (निवारण) अधिनियम के तहत 44 संगठनों पर पाबंदी की सूची जारी की गयी है उसी प्रकार केंद्र सरकार को टीपू, औरंगजेब व बाबर जैसे नामों को प्रतिबंधित करते हुए एक सूची जारी करनी चाहिए.
ओवैसी ने महाराष्ट्र के एक मंत्री के बयान का हवाला दिया, जिसमें कहा गया था कि अब तक 21 लोग पकड़े जा चुके हैं और कहा, अगर फोटो रखना जुर्म है, तो यह बताइए कि यह आईपीसी की किस धारा में आता है. भाजपा पर हमला जारी रखते हुए उन्होंने कहा कि पार्टी को यह बताना चाहिए कि प्रतिबंधित नामों की सूची में वह गोडसे का नाम शामिल करेगी या नहीं. उन्होंने कहा, अब बात नाम तक भी आ गयी है. ‘लव जिहाद’ का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि अगर महाराष्ट्र में यह हो रहा है तो ऐसी घटनाओं के बारे में विवरण जारी किया जाना चाहिए.
ओवैसी ने कहा कि सरकार को बताना चाहिए कि ऐसी घटनाएं कहां-कहां हुई. अहमदनगर में हुई, कोल्हापुर, सांगली या पश्चिमी महाराष्ट्र में हुई या फिर मराठवाड़ा में. उन्होंने कहा लेकिन सरकार बताएगी नहीं सिर्फ कहेगी कि ‘लव जिहाद’ हो रहा है. उन्होंने कहा, भाजपा सरकार ने नफरत फैलाने और मुसलमानों तथा इस्लाम को बदनाम करने के लिए 50 बैठकें आयोजित की हैं.
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