चीन अपनी हरकतों से बात नहीं आ रहा है. इस बार एशियन गेम्स में हिस्सा लेने जा रहीं अरुणाचल प्रदेश की तीन खिलाड़ियों को लेकर भारत के पड़ोसी देश ने चाल चली है. चीन के द्वारा इन खिलाड़ियों को वीजा देने से इनकार कर दिया गया है. ये तीनों महिला खिलाड़ी भारत की वुशू टीम का हिस्सा थीं. चीन की इस हरकत पर भारत ने ऐतराज जताया है और एक बयान जारी किया है. विदेश मंत्रालय के द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है कि अरुणाचल प्रदेश भारत का अभिन्न अंग है और हमारे खिलाड़ियों को वीजा देने से इनकार करना बीजिंग की मंशा को दर्शाता है. विदेश मंत्रालय प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि भारत सरकार को जानकारी मिली है कि चीनी अधिकारियों ने टारगेट और पूर्व-निर्धारित तरीके से, अरुणाचल प्रदेश राज्य के कुछ भारतीय खिलाड़ियों को चीन के हांगझू में होने वाले 19वें एशियाई खेलों में मान्यता और प्रवेश से वंचित करके उनके साथ भेदभाव करने का काम किया है.
अरिंदम बागची ने आगे कहा कि भारत ने अरुणाचल प्रदेश के कुछ खिलाड़ियों से ‘‘भेदभाव’’ को लेकर चीन के समक्ष कड़ा विरोध दर्ज कराया. भारत निवास स्थान के आधार पर भारतीय नागरिकों से भेदभावपूर्ण बर्ताव को अस्वीकार करता है. चीन का कृत्य एशियाई खेलों की भावना, उनके आचरण को नियंत्रित करने वाले नियमों का उल्लंघन करता है. भारत के पास अपने हितों की रक्षा के लिए उचित कदम उठाने का अधिकार है. इस बीच केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर लिखा कि मैं अरुणाचल प्रदेश के हमारे वुशु एथलीटों को वीजा देने से इनकार करने के चीन के इस कृत्य की कड़ी निंदा करता हूं, जो हांगझू में 19वें एशियाई खेलों में भाग लेने वाले थे. यह खेल की भावना और आचरण के नियम… दोनों का उल्लंघन है.
MEA Spokesperson Arindam Bagchi says, "In line with our long-standing and consistent position, India firmly rejects differential treatment of Indian citizens on the basis of domicile or ethnicity. Arunachal Pradesh was, is and will always remain an integral and inalienable part… https://t.co/BZKX2Bu8Sa
— ANI (@ANI) September 22, 2023
तीनों महिला खिलाड़ी राजधानी में रुकीं
जो खबर सामने आ रही है उसके अनुसार, चीनी कार्रवाई के खिलाफ विरोध के रूप में, भारत के खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने एशियन गेम्स के लिए हांगझू की अपनी निर्धारित यात्रा रद्द करने का काम किया है. चीन द्वारा वीजा नहीं दिए जाने की वजह से तीनों खिलाड़ियों को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में ही रुकना पड़ा. जबकि भारतीय वुशू टीम के बाकी खिलाड़ी हांगझू के लिए रवाना हो चुके हैं. यहां चर्चा कर दें कि एशियन गेम्स में वुशू प्रतियोगिताएं 24 से 28 सितंबर तक होंगी. हांगझू नहीं रवाना होने वाली तीनों खिलाड़ियों का नाम न्येमान वांग्सू, ओनित तेगा और मेपुंग लाम्गु है.
I strongly condemn this act by China to deny visas to our Wushu Athletes from Arunachal Pradesh who were to participate in the 19th Asian Games in Hangzhou. This violates both the spirit of Sports & also the Rules governing the conduct of Asian Games, which explicitly prohibits…
— Kiren Rijiju (@KirenRijiju) September 22, 2023
अनुराग सिंह ठाकुर ने एशियाई खेलों के लिए चीन की अपनी निर्धारित यात्रा रद्द कर दी
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने बताया कि चीन के भेदभावपूर्ण बर्ताव के खिलाफ भारत के विरोध के तौर पर केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण और खेल मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने एशियाई खेलों के लिए चीन की अपनी निर्धारित यात्रा रद्द कर दी है. बागची ने कहा कि भारत के पास ‘‘अपने हितों की रक्षा के लिए उचित कदम उठाने’’ का अधिकार है. भारत सरकार को पता चला है कि चीनी प्राधिकारियों ने लक्षित और सोची-समझी योजना के तहत अरुणाचल प्रदेश राज्य के कुछ भारतीय खिलाड़ियों को आधिकारिक मान्यता और चीन के हांगझोउ में 19वें एशियाई खेलों में प्रवेश न देकर उनसे भेदभाव किया है.
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नयी दिल्ली ने बीजिंग में कड़ा विरोध दर्ज कराया
बागची ने कहा कि हमारे दीर्घकालीन और निरंतर रुख के अनुसार, भारत निवास स्थान या जातीयता के आधार पर भारतीय नागरिकों से भेदभावपूर्ण बर्ताव को दृढ़ता से अस्वीकार करता है. अरुणाचल प्रदेश, भारत का अभिन्न अंग था, है और हमेशा रहेगा. भारत के कुछ खिलाड़ियों को ‘‘जानबूझकर और चुनिंदा तरीके से रोकने’’ के चीन के कदम के खिलाफ नयी दिल्ली ने बीजिंग में कड़ा विरोध दर्ज कराया गया है.
भाषा इनपुट के साथ