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बाल विवाह पर असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा का चलेगा चाबुक, अगले 10 दिन में 3,000 लोग किए जाएंगे गिरफ्तार

सीएम सरमा ने कहा कि यदि कोई लड़की 12 साल में मां बन जाती है, तो क्या यह शोषण नहीं है क्या? अगर एक आदमी चार शादियां करता है तो क्या यह शोषण नहीं है क्या? जानें असम के सीएम ने क्या दी है चेतावनी

गुवाहाटी: असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने रविवार को ऐसी बात कह दी है जिससे कई लोग टेंशन में आ गये हैं. उन्होंने चेतावनी दी है कि बाल विवाह में शामिल होने के आरोप में अगले 10 दिनों में प्रदेश में 3,000 लोगों को गिरफ्तार किया जाएगा. रविवार को गुवाहाटी में बीजेपी महिला मोर्चा की दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक के समापन अवसर पर सरमा ने उक्त बातें कही.

असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि वह बाल विवाह पर कार्रवाई का दूसरा दौर शुरू करने के लिए जी20 शिखर सम्मेलन के समापन का इंतजार कर रहे थे. आपको बता दें कि जी20 का समापन दस सितंबर को हो गया है. आगे उन्होंने कहा कि केवल छह महीने पहले, असम में बाल विवाह के लिए 5,000 लोगों को गिरफ्तार किया गया था. इसे G20 शिखर सम्मेलन के पूरा होने तक रोक कर रखा गया था. अगले 10 दिनों में, इसी अपराध के लिए 2,000 से 3,000 अन्य लोगों को गिरफ्तार किया जाएगा.

बाल विवाह को समाप्त करने की जरूरत

सीएम सरमा ने कहा कि यदि कोई लड़की 12 साल में मां बन जाती है, तो क्या यह शोषण नहीं है क्या? अगर एक आदमी चार शादियां करता है तो क्या यह शोषण नहीं है क्या? बाल विवाह और बहुविवाह के खिलाफ सख्त रुख अपनाते हुए सीएम सरमा ने साफ तौर पर कहा कि बाल विवाह को समाप्त करने की जरूरत है. फरवरी में बाल विवाह पर बड़े पैमाने पर कार्रवाई के पहले दौर में, राज्य पुलिस ने राज्य भर से सैकड़ों लोगों को गिरफ्तार किया था. इनमें परिवार के सदस्य और मौलवी भी शामिल थे, जिन्होंने इन अनधिकृत शादियों को संपन्न कराया था.

हिमंत बिस्वा सरमा ने कांग्रेस पर साधा निशाना

असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि बाल विवाह रोकने के लिए कानून पहले ही बनाया जा चुका है. यदि सामाजिक खतरा बना रहा तो एक विशेष वर्ग की बेटियां कभी आगे नहीं बढ़ पाएंगी. उनका बार-बार शोषण किया जाएगा. कुछ लोग कहते हैं कि हम मुस्लिम विरोधी हैं, लेकिन ऐसा नहीं है. तीन तलाक, बहुविवाह और बाल विवाह को समाप्त करने का हमारा प्रयास है. हमने मुसलमानों के लिए किसी भी कांग्रेस सरकार की तुलना में कहीं अधिक काम किया है. उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि मुसलमानों को कांग्रेस अपना वोट बैंक समझती है. कई इस्लामिक देशों ने पहले ही ‘बुरी प्रथाओं’ को समाप्त करने का काम किया है. कांग्रेस नेता राहुल और सोनिया गांधी भारत में ऐसी ‘बुरी प्रथाओं’ को खत्म करने के कदम का विरोध करते हैं.

कांग्रेस की तुलना में मुसलमानों के लिए बीजेपी कर रही है ज्यादा काम

असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व सरमा ने दावा किया है कि बीजेपी की सरकार मुसलमानों के कल्याण के लिए पिछली कांग्रेस सरकारों की तुलना में ज्यादा काम कर रही है. कांग्रेस मुस्लिम समुदाय को सिर्फ ‘वोट बैंक’ मानती है जबकि बीजेपी उन्हें, खासकर, महिलाओं को शोषण से मुक्ति दिलाने के लिए काम कर रही है. उन्होंने कहा कि असम सरकार बहुविवाह पर रोक लगाने के लिए दिसंबर तक एक कानून लाएगी, जबकि बाल विवाह पर तीव्र कार्रवाई का एक और दौर कुछ दिनों में शुरू किया जाएगा.

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हिंदू धर्म जातिवाद का समर्थन नहीं करता

सनातन धर्म पर तमिलनाडु के मंत्री उदयनिधि स्टालिन की हालिया टिप्पणियों का जिक्र करते हुए सीएम सरमा ने कहा कि हिंदू धर्म जातिवाद का समर्थन नहीं करता और जातिवाद के अंतिम प्रतीकों को भी खत्म किया जा रहा है. उन्होंने स्टालिन के ‘दूसरे धर्म’ को खत्म करने का आह्वान नहीं करने पर सवाल उठाया जो महिलाओं के खिलाफ भेदभाव करता है और पुरुषों को कई शादी करने की अनुमति देता है. उन्होंने कहा कि मैंने उनसे कहा- हिंदू धर्म, इस्लाम, ईसाई धर्म को खत्म करने के बारे में मत बोलो… बल्कि हिंदू धर्म में जातिवाद और इस्लाम में बहुविवाह और (तीन) तलाक को खत्म करो.

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