Ayodhya molestation Case: अयोध्या में दुष्कर्म मामले को लेकर प्रदेश सरकार ने बड़ी एक्शन लिया है. पीड़ित परिवार से मुलाकात के बाद सीएम योगी ने कलंदर थाना प्रभारी भदरसा चौकी इंचार्ज को सस्पेंड कर दिया गया है. इसके साथ ही मुख्य आरोपी मोइद खान की संपत्तियों की भी जांच का भी आदेश दिया गया है. बता दें, इससे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या की दुष्कर्म पीड़िता के परिवार से मुलाकात की थी. अयोध्या में समाजवादी पार्टी के एक नेता और उनके स्वामित्व वाली एक बेकरी के कर्मचारी को नाबालिग लडकी के साथ सामूहिक दुष्कर्म के आरोप में गिरफ्तार किया गया है.
यह मामला जब उजागर हुआ जब पीडिता के परिवार को पता चला कि वह गर्भवती है और उन्होंने बुधवार को दोनों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के लिए पुलिस से संपर्क किया. आरोपों के बाद पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की. पुलिस ने भद्रसा में सपा के नगर अध्यक्ष मोइद खान पर लडकी के साथ दुष्कर्म करने और शारीरिक हमले का भी आरोप लगाया है.
Ayodhya molestation Case: विधानसभा में गूंजा
इस सप्ताह की शुरुआत में, योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा के चल रहे मानसून सत्र के दौरान सपा के सदस्यों को ‘महिला सुरक्षा के लिए खतरा’ बताया था.
Ayodhya molestation Case:क्या है पूरी घटना
राज्य सरकार की ओर से जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि अगले ढाई महीनों में खान ने लडकी का यौन शोषण जारी रखा और उसे डराने और धमकाने के लिए हमले का वीडियो इस्तेमाल किया. खान पर आरोप है कि अपने बेकरी के एक कर्मचारी राजू खान की सहायता से यह सब किया.
इस परेशान करने वाले मामले का स्वत: संज्ञान लेते हुए शीर्ष बाल अधिकार निकाय एनसीपीसीआर ने आरोपियों के खिलाफ कडी कार्रवाई की मांग की है. राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) ने अयोध्या में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) को संबोधित एक पत्र में आरोपों की गंभीरता पर प्रकाश डाला, जिसमें मारपीट का वीडियो बनाना भी शामिल है.